नई दिल्ली: दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे की गाज दृष्टि आईएएस के डायरेक्टर विकास दिव्यकीर्ति पर भी गिरी है। उनके कोचिंग इंस्टिट्यूट दृष्टि आईएएस को एमसीडी ने सील कर दिया है। इस कदम के बाद लोग विकास दिव्यकीर्ति के बारे में सर्च करने लगे हैं। पूर्व सिविल सेवक रह चुके विकास दिव्यकीर्ति केंद्रीयय गृह मंत्रालय में भी काम कर चुके हैं।

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के एक एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी घुसने से 3 प्रतियोगी छात्रों की मौत के बाद छात्र आक्रोशित हैं. छात्र ही नहीं पूरा देश इस समय आक्रोश में है. इस मामले को लेकर एमसीडी भी एक्शन मोड में दिख रही है. 29 जुलाई को एमसीडी ने 5 कोचिंग सेंटर्स के बेसमेंट में ताला लगाया और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुलडोजर भी चलाया. 

एक्शन मोड में MCD

MCD ने करोल बाग जोन के ओल्ड राजिंदर नगर में कोचिंग सेंटरों के बाहर अवैध अतिक्रमण को भी हटाने का काम किया है. इतना ही नहीं प्लेटफॉर्म और रैंप को ध्वस्त कर दिया गया है. इसके अलावा एमसीडी दिल्ली के सभी जोन में बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटर और अन्य संपत्तियों की पहचान करने के लिए सर्वेक्षण कर रही है.

एमसीडी ने रॉव कोचिंग सेंटर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग के बाहर किए गए अतिक्रमण पर बुलडोजर भी चलाया. बड़े-बड़े कोचिंग सेंटरों को चलाने वाले उसके परिचालक गायब दिख रहे हैं. इन सबमें सबसे बड़ा नाम दृष्टि के फाउंडर और प्रसिद्ध अध्यापक विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया पर अवध ओझा और विकास दिव्यकीर्ति ट्रेंड भी कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं UPSC की तैयारी कराने वाले महारथी   

सोशल मीडिया यूजर्स इन बड़े अध्यापकों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. तीन छात्रों की मौत के बाद अवध ओझा और विकास दिव्यकीर्ति जैसे महारथी गायब हैं.

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