पंचायतों में सिर्फ कागजों पर न बनें अमृत सरोवर ?
जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में ग्राम पंचायतों में बनाई जा रही विभिन्न जल संरचनाओं जैसे अमृत सरोवर, चैक डेम, गैबियन स्ट्रक्चर आदि का निरीक्षण विकासखंड चांवरपाठा में कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने किया। इन जल संरचनाओं के निर्माण का उद्देश्य वर्षा जल की एक- एक बूंद सहेजकर रखना, कृषकों को जल संरक्षण, समुचित प्रयोग हेतु प्रेरित करना, वर्षा जल को संग्रहीत करके सिंचाई हेतु प्रयोग एवं संचित जल का सुरक्षित उपयोग है। उन्होंने यहां वॉटर शेड अंतर्गत अमृत सरोवर, चैक डेम के पूर्ण एवं प्रगतिरत निर्माण कार्यों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिये।
कलेक्टर ने ग्राम पंचायत ऊमरपानी के ग्राम जैतपुर में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना- वॉटर शेड के अंतर्गत खेत- तालाब के कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देशित किया कि निर्माण कार्य निर्धारित मापदंडों के अनुरूप पूरे किये जायें। निर्माणाधीन कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाये। इसके बाद ग्राम सुन्हेटी में चैक डेम के निर्माण कार्य को देखा। उन्होंने सीईओ जनपद को निर्देशित किया कि गुणवत्तापूर्ण कार्य होने पर ही संबंधित को भुगतान किया जाये।
सुश्री बाफना ने ग्राम बंधी में चैक डेम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चैक डेम की ऊंचाई दोनों तरफ असमान है, इसे ठीक करायें। यहां किये जा रहे गैबियन स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य भी संतोषजनक प्रतीत नहीं हुआ है। उन्होंने निर्देशित किया कि आईडब्ल्यूएमपी के सभी निर्माण कार्यों का सहायक यंत्री निरीक्षण करेंगे और एक माह के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराना सुनिश्चित करायेंगे। अन्यथा धारा 92 के तहत संबंधित से वसूली की कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर को अवगत कराया गया कि जनपद पंचायत चांवरपाठा की 8 ग्राम पंचायतों ऊमरपानी, भौंरा, मदनपुर, ढिलवार, बंधी, ग्वारी, मनकापुर एवं भामा की वॉटर शेड समिति में शामिल 11 ग्रामों में 6550 हेक्टर रकबे की भूमि को उपचार के लिए चयनित किया गया है, इस रकबे के उपचार के लिए 1441 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।