योगेन्द्र पटेल - {सामाजिक राजनीतिक विश्लेषक }
भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए कल मप्र के भाग्य विधाताओं ने अपने मतों का उपयोग कर विधायक के लिए अपने नेताओं को इवीएम मशीन में कैद कर दिया है। इस बीच देश भर में चर्चा का दौर है कि मप्र में इतनी बंफर वोटिंग एवं ग्रामीण अंचलों में महिलाओं की लंबी-लंबी मतदान के लिए लगी लाइन किस ओर इशारा कर रही है। हमने हमारे संगठन "ग्रामोजन फाउंडेशन" के स्वयंसेवकों से इस की पड़ताल की तो पता चला की सुबह से ही लाड़ली बहने सजधज के मतदान करने बूथ पर पहुंच गई थी। सबसे बड़ी बात यह की सभी बहनों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि प्रदेश में इतने दिनों से एक ही दल की सरकार होने के बाद भी रिकार्ड मतदान होते देखा गया। 
अब जनता में चर्चा है एवं राजनीतिक पंडित गुणा भाग में लग गए हैं कि यह उत्साह किस के चेहरे को चमकाएंगा एवं किस दल की सरकार बनाएगा। हमारे स्वयंसेवकों के अनुसार भोपाल ,इन्दौर,आगर मालवा,बुरहानपुर, नक्सल प्रभावित इलाके बालाघाट में भी लगभग 80 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ है। रायसेन के भोजपुर में कई जगह 90 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।  अभी पूर्ण आधिकारिक आकड़े पूरे मप्र के मतदान के प्राप्त नहीं हुए है लेकिन मप्र के सभी जिलों में लगभग 72 से 82 प्रतिशत के आसपास मतदान हुआ है। 
पिछले तीन विधानसभा चुनाओं  की  अपेक्षा  इतने लंबे कार्यकाल के बावजूद इस बार चुनाव में रिकार्ड प्रदर्शन बता रहा है कि मप्र सरकार ने अपने प्रशासनिक अमले के साथ योजनाओं को घर-घर पहुंचाने में कड़ी मेहनत की है। मप्र सरकार की कई योजनाएं है जो कहीं ना कही से लोकतंत्र के इस महा पर्व में अपनी लहर पैदा कर गईं, ऐसा प्रतीत होता है। 
कुछ जगह यह भी चर्चा है कि शिवराज का जादू अभी भी बरकरार है कुछ लोगों का मानना है कि मप्र के मन में मोदी वाली लहर भी भाजपा को फायदा पहुंचा सकती है। 
इधर कांग्रेस भी दावे कर रही है कि इस बार बदलाव की लहर है। कांग्रेसजनों का मानना है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस  का संगठप पहले की अपेक्षा काफी मजबूत था एवं उसने घरों से लोगों को निकाल-निकाल कर अधिक से अधिक मतदान करवाने का प्रयास करवाया। 
अब यह मतदान की लहर किसे फायदा पहुंचाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा,लेकिन जिस तरह कुछ छोटी मोटी घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो बंफर मतदान ने लोकतंत्र के इस महा पर्व को शानदार बनाया उसका सभी उम्मीदवारों ने अभिवादन कर मतदाताओं को धन्यवाद दिया है। 

सात समुंदर पार  एक युवती  वोट डालने  आई

 खंडवा से मतदान को लेकर एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है। जहां सात समुंदर पार मलेशिया से एक युवती अपने देश भारत में वोट डालने के लिए आई है। महरोज शेख  नाम की युवती मध्यप्रदेश के खंडवा में मलेशिया से वोट डालने पहुंची हैं। उन्होंने शहर के परदेशीपुरा शासकीय उर्दू माध्यमिक शाला में अपना वोट डाला।

वोट डालने के लिए तय किया छह किमी का सफर

विधानसभा चुनाव के दिन दमोह जिले की हटा विधानसभा के आदिवासी अंचल घोघरा से मतदान के प्रति जागरूकता की अच्छी तस्वीर सामने आई। यहां एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सियारानी आदिवासी ने मतदान करने के लिए करीब छह किलोमीटर का पैदल सफर तय किया। भूरखेड़ा गांव निवासी यह बुजुर्ग महिला गांव से घोघरा गांव के मतदान केंद्र पहुंची और मतदान के बाद पैदल वापस लौटी। इस तरह महिला ने आने-जाने के दौरान छह किमी का सफर तय किया।

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