संदीप सोनी
अनूपपुर-   जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड के पास बीती रात एक गरीब मजदूर की ठंड से तड़पकर मौत हो गई। मृतक की पहचान मुल्ला नामक व्यक्ति के रूप में हुई है, जो बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए सवारी की व्यवस्था कर अपनी रोजी-रोटी चलाता था। वह रात में नगर पालिका अनूपपुर दवारा दीनदयाल अंत्योदय रसोई केंद्र प्रतीक्षालय में सो रहा था, जहां कड़ाके की ठंड ने उसकी जान ले ली।प्रशासन की उदासीनता पर सवाल घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन और नगर पालिका परिषद अनूपपुर पर लापरवाही का आरोप लगाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से रैन बसेरों का संचालन केवल कागजों पर हो रहा है। ठंड से बचाव के लिए बनाई गई सुविधाएं जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रही हैं। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि ठंड के कारण हुई इस मौत के कई घंटे बाद भी न तो नगर पालिका का कोई प्रतिनिधि आया और न ही प्रशासन का कोई अधिकारी। गुस्साए स्थानीय नागरिकों ने रैन बसेरों की बदहाल स्थिति और प्रशासन की अनदेखी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, "जिला मुख्यालय में रैन बसेरे केवल शोपीस बनकर रह गए हैं। प्रशासन द्वारा न तो इनका सही प्रचार किया जा रहा है और न ही इनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।जनप्रतिनिधियों पर भी उठे सवाल लोगों का कहना है कि यह घटना केवल प्रशासन की लापरवाही नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का भी उदाहरण है। उन्होंने मांग की कि रैन बसेरों की स्थिति सुधारी जाए और जरूरतमंदों को ठंड से बचाने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाए जाएं। इस दर्दनाक घटना ने शहरवासियों के बीच ठंड से सरक्षा के इंतजामों को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। प्रशासन और नगर पालिका इस मामले पर क्या करती है देखने वाली बात होगी।

न्यूज़ सोर्स : ipm