नई दिल्ली । एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ रेट का अनुमान वित्त वर्ष 2025 के लिए 7 प्रतिशत पर स्थिर रखा। बैंक ने यह निर्णय औद्योगिक क्षेत्र में मजबूत वृद्धि और आवास निर्माण में बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए लिया। एडीबी ने कहा, केंद्र सरकार की मजबूत वित्तीय स्थिति से आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। लेकिन, मौसम में बदलाव और भू-राजनीतिक झटकों से उत्पन्न जोखिमों को भी ध्यान में रखना होगा। एडीबी के जुलाई आउटलुक में कहा गया है कि सामान्य से बेहतर मानसून की भविष्यवाणी के साथ भारत का कृषि क्षेत्र फिर से मजबूत हो सकता है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा। एडीबी ने कहा, बैंक क्रेडिट मजबूत आवास मांग और निजी निवेश की मांग को बढ़ावा दे रहा है। हालांकि, एक्सपोर्ट ग्रोथ सेवाओं द्वारा नेतृत्व करेगी, जबकि वस्त्र निर्यात अपेक्षाकृत कमजोर वृद्धि दिखाएंगे। वित्त वर्ष 2026 के लिए, एडीबी ने अपने अप्रैल आउटलुक में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। नेशनल स्टैटिकल ऑफिस के अनंतिम अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो वित्त वर्ष 2023 में दर्ज 7 प्रतिशत से अधिक है। इस बढ़ोतरी का श्रेय चौथी तिमाही में अपेक्षा से अधिक 7.8 प्रतिशत विस्तार को जाता है।