रायसेन । जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक कलेक्टर अरविंद दुबे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर अरविंद दुबे ने पर्यटन और पुरातात्विक महत्व के स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में बाड़ी क्षेत्र में स्थित बारना डेम को वॉटर स्पोर्टस गतिविधियों के लिए विकसित करने का निर्णय लिया गया। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार के नवीन अवसर भी सृजित होंगे।
कलेक्टर अरविन्द दुबे ने सांची क्षेत्र में डिस्प्ले बोर्ड लगाकर जिले और आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थलों, पहुंच मार्ग, दूरी तथा पर्यटन स्थलों की जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। जिससे कि सांची भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटकों को अन्य स्थलों की भी जानकारी हो। इसके अतिरिक्त कर्क रेखा स्थल पर सेल्फी प्वाइंट बनाने तथा पर्यटन की दृष्टि से और अधिक विकसित करने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने सतधारा में सुरक्षित पर्यटन के लिए सोलार एनर्जी से संचालित होने वाले सीसीटीव्ही लगाए जाने के संबंध में चर्चा की। साथ ही सतधारा में जगह-जगह बोर्ड लगाकर इमरजेंसी नम्बर प्रदर्शित किए जाने के भी निर्देश दिए।

रायसेन दुर्ग पर भी पर्याप्त विद्युत व्यवस्था हेतु पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा रहा है।
बैठक में निर्देश दिए कि खरबई में चिड़ियाटोल के समीप स्थित स्तूप और शैलचित्रों स्थलों को वन विभाग और पर्यटन विभाग के समन्वय से ईको टूरिज्म हेतु विकसित किया जाए। इसी प्रकार भोजपुर में विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर के मार्ग में दीदी कैफे बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में पुलिस अधीक्षक पंकज पाण्डे, जिला पंचायत सीईओ अंजू पवन भदौरिया, डीएफओ विजय कुमार, एएसपी कमलेश कुमार, समिति के सदस्य राजीव लोचन चौबे सहित पर्यटन विभाग, पुरातत्व विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

न्यूज़ सोर्स : ipm