सरकार ने 18 घंटे तक छिपाया सच, 6 जगह हुई भगदड़, CM योगी दें इस्तीफा
बद्रीनाथ ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर कहा है कि सीएम योगी ने घटना को 18 घंटे तक छिपाए रखा. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक मौत के सही आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं.
महाकुंभ 2025 में भले ही यूपी सरकार शुरू से ही सारी व्यवस्थाओं के चाक-चौबंद होने की बात कह रही थी लेकिन मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ से असलियत कुछ और ही जाहिर हुई है. इसे लेकर कई संतों में नाराजगी है तो कई संत इसे एक दुर्घटना मान रहे हैं. हालांकि इस पर बद्रीनाथ ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने खुलकर विचार रखे हैं. उन्होंने विरोध प्रकट किया है और नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि भगदड़ जैसी हृदयविदारक घटना को छिपाना ठीक नहीं था ऐसे में सीएम को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
बातचीत के दौरान नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि लोगों ने सरकार के दावों पर भरोसा कर लिया था. सरकार ने महाकुंभ से पहले कहा था कि अंदाजन 42 करोड़ लोग महाकुंभ में आने वाले हैं और सरकार ने 100 करोड़ लोगों तक की व्यवस्था कर ली है. मौनी अमावस्या से इन व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है. उन्होंने कहा कि अगर 100 करोड़ की व्यवस्था थी और 40 करोड़ ही आए हैं तो फिर अव्यवस्था कैसे हो गई? अगर 140 करोड़ आते तो माना जा सकता था कि ओवर क्राउडेड हो गया है.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह बहुत पीड़ाजनक बात है कि हमारे सीएम ने इतनी बड़ी घटना को एक दो नहीं बल्कि 18 घंटे तक छिपाकर रखा. इसके बाद भी लोगों के मौत के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं. सीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें. शंकराचार्य बोले कि जब तक सीएम ने स्पष्ट नहीं किया तब तक उन्हें यह लग रहा था कि सभी बातें अफवाह ही हैं और सरकार की व्यवस्थाओं को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. हालांकि 18 घंटे बाद सीएम ने ही हादसे और लोगों की मौत की बात कबूल की थी