अपनी कला को दीवारों पर बिखेरकर यह ग्राम बना मप्र का पहला शिल्प हथकरघा पर्यटन गांव
मध्यप्रदेश सरकार के CM डाॅ मोहन यादव प्रदेश को आर्थिक गतिविधि से जोड़कर समावेशी विकास की दिशा में बड़ा कदम रख चुके हैं। इसी का परिणाम है कि अब प्रदेश में गाॅवों का आत्मनिर्भर बनाने एवं उनकी कला को विश्व बाजार तक पहुंचाने बुनियादी ढांचे में बदलाव किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज हम बात करते हैं उज्जैन जिले के प्राणपुर की जहां चंदेरी कला को विश्व पटल पर लाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं देश की कला का अहसास करीब से कराने का प्रयास किया जा रहा है। प्राणपुर का यह प्रोजेक्ट पिछले वर्ष से मप्र पर्यटन विकास बोर्ड एवं क्षेत्र के महाविद्यालयों के प्रयास से गति पकड़ा रहा है। आज इस ग्राम में होमस्टे से लेकर हथकरघा कैफे तक की सुविधा आगुंतकों को मिल रही है।
आप भी यहा अवश्य जाएं क्यों की यहा आपको कला को करीब से समझने का तो मौका मिलेगा ही बुनकर समुदाय के साथ बात करने उनकी संस्कृति एवं संस्कारों को जानने का मौका भी मिलेगा।