नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा,अनियमित खान-पान और अस्वस्थ आदतों के कारण संकट

नई दिल्ली: बदलती जीवनशैली और फास्ट फूड की बढ़ती लोकप्रियता के चलते मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। अनियमित खान-पान, कम शारीरिक सक्रियता और अस्वस्थ आदतों के कारण दुनियाभर में मोटापे से ग्रस्त लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 'द लैंसेट' की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अगर मौजूदा स्थिति जारी रही तो 2050 तक भारत में 25 साल से ज्यादा उम्र के करीब 45 करोड़ लोग मोटापे या अधिक वजन के शिकार होंगे।
चीन, भारत और अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित
रिपोर्ट के मुताबिक, 2050 तक मोटापे की समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित देश चीन, भारत और अमेरिका होंगे।
- चीन में 627 मिलियन (62.7 करोड़)
- भारत में 450 मिलियन (45 करोड़)
- अमेरिका में 214 मिलियन (21.4 करोड़)
दुनियाभर में मोटापे का खतरा बढ़ा
वैश्विक स्तर पर अनुमान लगाया गया है कि 2050 तक 3.8 बिलियन (380 करोड़) लोग अधिक वजन या मोटापे के शिकार हो सकते हैं। इनमें से 1.95 बिलियन (195 करोड़) लोग गंभीर मोटापे की श्रेणी में आ सकते हैं।
पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा प्रभावित
2021 के आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में 2.11 बिलियन (211 करोड़) युवा अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त थे, जिनमें:
भारत में मोटापे की तेजी से बढ़ती समस्या
2021 में भारत में 180 मिलियन (18 करोड़) लोग मोटापे से प्रभावित थे। इस संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फास्ट फूड और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत भारत में मोटापे के बढ़ते मामलों का एक प्रमुख कारण है।
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड बड़ा कारण
अध्ययन में बताया गया है कि भारत, कैमरून और वियतनाम ऐसे देश हैं जहां 2009 से 2019 के बीच प्रति व्यक्ति अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड और ड्रिंक्स की बिक्री में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है।
समय रहते कदम उठाने की जरूरत
अगर स्वस्थ खान-पान और नियमित व्यायाम को प्राथमिकता नहीं दी गई, तो आने वाले वर्षों में हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, लाइफस्टाइल में बदलाव और संतुलित आहार अपनाकर इस गंभीर समस्या से बचा जा सकता है।