पुराने कपड़े इकट्ठा कर, उन्हें धो-प्रेस कर जरूरतमंदों में बाँटती हैं मनीषा पवार

भोपाल की मनीषा पवार, समाज के जरूरतमंदों की मदद का एक जीता-जागता उदाहरण हैं। मनीषा, पड़ोसियों और दोस्तों से पुराने कपड़े इकट्ठा कर, उन्हें धो-प्रेस कर जरूरतमंदों में बाँटती हैं। उनका मानना है कि गरीबों को गंदे और फटे कपड़े देने से उनकी गरीबी का एहसास न कराएँ। इसके अलावा, मनीषा झुग्गी बस्तियों में बच्चों का जन्मदिन मनाने के लिए केक भी ले जाती हैं, जिससे बच्चे उन्हें प्यार से ‘केक वाली दीदी’ कहते हैं।
मनीषा महिलाओं को मुफ़्त सेनेटरी नैपकिन वितरित कर, स्वच्छता का महत्व भी समझाती हैं। बिना किसी एनजीओ के, वह कई सालों से समाज में खुशियाँ बाँट रही हैं।