मुंबई: महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ये अभी तक तय नहीं हो पाया है. वैसे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पांच भाजपा नेताओं के नाम सामने आए हैं. सूत्रों की मानें तो राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है. वैसे इस रेस में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मराठा समुदाय के बड़े नेता विनोद तावड़े का नाम भी चर्चा में है.

तावड़े के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, सुधीर मुनगंटीवार, पंकजा मुंडे के नाम पर भी सीएम की रेस में शामिल है. बता दें कि, विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने महायुति को भारी मत देकर एकतरफा सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त किया. भले ही चुनाव नतीजे घोषित हुए 6 दिन हो गए हों और महायुति को स्पष्ट बहुमत मिल गया हो, लेकिन मुख्यमंत्री पद की दुविधा बनी हुई है.

कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभी फैसले भाजपा पार्टी नेताओं को सौंप दिए हैं. ऐसी स्थिति में, हालांकि मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम लगभग तय है, लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा के पिछले अनुभव को देखते हुए, यह भी संभावना है कि भाजपा सही समय पर देवेंद्र फडणवीस की जगह किसी और को मुख्यमंत्री नियुक्त कर सकती है.

मध्य प्रदेश, राजस्थान में चौंकाने वाला फैसला
विधानसभा चुनाव में जनता ने महायुति को सर्वसम्मति से वोट देकर दोबारा सरकार बनाने का मौका दिया. यह विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था। इसलिए चर्चा थी कि वे दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन उन्होंने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संकेत दे दिए कि वे मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हैं। इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि भाजपा का ही कोई मुख्यमंत्री राज्य में बने। इनमें मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे देवेंद्र फडणवीस का नाम है, जिनके करिश्मे ने भाजपा को राज्य में बड़ी सफलता दिलाई.

हालांकि भाजपा के पिछले इतिहास को देखते हुए राजनीतिक विश्लेषक संभावना जता रहे हैं कि आखिरी वक्त में यह नाम बदला जा सकता है. पिछले मध्य प्रदेश चुनाव में भाजपा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चव्हाण जैसे दिग्गज नेता को झटका देते हुए ओबीसी नेता मोहन यादव के गले में मुख्यमंत्री पद की बाजी डाल दी थी. इसी तरह राजस्थान में भी जब वसुंधरा राजे का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में था, तब भाजपा ने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया था.

विनोद तावड़े, पंकजा मुंडे समेत इन नामों की भी चर्चा
देवेंद्र फडणवीस की जगह लेने के लिए कई नाम चर्चा में हैं. महाराष्ट्र में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मराठा समुदाय के बड़े नेता विनोद तावड़े का नाम भी चर्चा में है. चूंकि विनोद तावड़े मराठा समुदाय से हैं, इसलिए राज्य के मौजूदा हालात और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी नजदीकी को देखते हुए विनोद तावड़े का नाम अचानक मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आ सकता है. गौरतलब है कि इससे पहले कि राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और दो पूर्व उपमुख्यमंत्रियों ने गुरुवार को दिल्ली में भाजपा पार्टी नेताओं के साथ मुख्यमंत्री पद पर चर्चा की.

गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार रात अचानक विनोद तावड़े को दिल्ली बुलाया और उनसे इस मामले पर विस्तार से चर्चा की. विनोद तावड़े के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, सुधीर मुनगंटीवार, पंकजा मुंडे के नाम पर भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा हो रही है. ओबीसी की राजनीति करके राज्य की सत्ता में आई भाजपा के सामने अब किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए? इस पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी रह सकती है। ऐसा राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है.

राजनीति में कुछ भी हो सकता है
राजनीतिक विश्लेषक विजय चोरमारे के अनुसार, राज्य में मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना के कारण बड़ी संख्या में महिलाओं ने महायुति को वोट दिया. 'लड़की बहन योजना' बहनों के बढ़े हुए वोट प्रतिशत ने महायुति की जीत में सहायक सिद्ध हुए. ऐसे में भाजपा राज्य में महिला मुख्यमंत्री भी बना सकती है. इसके लिए भाजपा नेता और विधायक पंकजा मुंडे के नाम पर भी चर्चा हो रही है. भाजपा इससे पहले मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अलग-अलग प्रयोग कर चुकी है.

70 फीसदी भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस को समर्थन दिया
इस बारे में बात करते हुए राजनीतिक विश्लेषक विजय चोरमारे ने आगे कहा, "भाजपा पार्टी नेतृत्व, खासकर अमित शाह के दिमाग में क्या चल रहा है, यह कोई नहीं बता सकता. लेकिन लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद जिस तरह से भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य में वापसी की है, उसे देखते हुए भाजपा देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से दूर करने का जोखिम नहीं उठा सकती. राज्य में लगभग 70 फीसदी भाजपा नेता मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का समर्थन करते हैं. लेकिन राजनीति में कुछ भी हो सकता है. इस कारण से, जब तक भाजपा के विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं हो जाता, तब तक मुख्यमंत्री पद को लेकर अनिश्चितता बनी रहेगी.

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