भाजपा संगठन ने विभिन्न यात्राओं एवं जमीनी सर्वे के अनुसार 29 से अधिक वर्तमान विधायक एवं 10 वर्तमान विधायकों  का टिकट काटने रणनीति बना ली है। सूत्रों के अनुसार इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई बड़े चेहरों को ऐसी सीटों पर उतारा जा सकता है जिससे अधिक से अधिक और सीटों को जीता जा सके। इसके अलावा कई बार से लगातार जीतने वाले विधायकों के भी टिकट इस बार दुविधा में है, इससे पहले पार्टी गुजरात में भी यह फार्मूला अपना चुकी है। जीतने वाले उन विधायकों को सांसद के लिए होल्ड किया जा सकता है जो पिछली बार अच्छे  मतों से जीते थे लेकिन इस बार अपने ही  कार्यकर्ताओं से  विरोध का समाना कर रहे हैं।  सूत्रों की  माने जाए तो केंद्रीय नेतृत्व द्वारा करवाए गए सर्वे के साथ ही प्रदेश में आए 230 प्रवासी विधायकों की रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व करने वाला है। जिन भी मंत्रियों के रिपोर्ट ठीक नहीं है, उन्हें किसी भी हाल में पार्टी चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाएगी। जिसमें मंत्रियों के उनके पद पर रहते हुए परफॉर्मेंस से लेकर क्षेत्र में सक्रियता, क्षेत्र की जनता से जुड़ाव, क्षेत्र में विकास के कार्य,अपने काम की प्रति जिम्मेदारी और उन पर लगे आरोपों की क्या हकीकत है। इन सब पर केंद्रीय नेतृत्व ने रिपोर्ट तैयार की है। जिसके लिए कई सर्वे प्रदेश में हुए। जिसकी कानोकान भाजपा के प्रदेश के नेताओं को खबर तक नहीं हुई। वहीं प्रदेश की सभी सीटों पर आए प्रवासी विधायकों ने भी अपनी रिपोर्ट में हर मंत्री का पूरा विवरण प्रस्तुत किया है। 

भाजपा की अगली सूची भी चौकाने वाली हो सकती है ....

1.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  को विदिशा {भोजपुर}

2. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा   को पन्ना या पवई

3. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया  को शिवपुरी

4. केंद्रीयमंत्री वीरेन्द्र खटीक को टीकमगढ़

5. सांसद सुमेर सिंह सोलंकी को बड़वानी

6. सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दक्षिण भोपाल

7. सांसद रमाकान्त भार्गव को बुधनी

8. डॉ राजेश शर्मा को नर्मदापुरम

9. सांसद गजेन्द्र पटेल को सेंधवा

10. सांसद गुमान सिंह डामोर को जोबट विधानसभा से चुनाव लड़ाने की तैयारी

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