मप्र के मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव का मानना है कि  सहकारिता जहाँ पूरी दुनिया के लिए एक आर्थिक व्यवस्था हो सकती है, वहीं भारत के लिए सहकारिता एक पारंपरिक जीवन दर्शन है। साथ रहनाए साथ सोचना, साथ काम करना,एक लक्ष्य की ओर बढ़ना, सुख.दुख में एक.दूसरे के साथ खड़े रहना, भारतीय दर्शन की आत्मा का हिस्सा है। सहकारिता का अर्थ सुचिता के आधार पर कार्य कर समाज कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। प्रदेश के ऊर्जावान युवा आपसी सहयोग और परस्पर सम्पर्क से विकसित भारत, विकसित मध्यप्रदेश की ध्येय प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं,यही हमारा संकल्प है। आज अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर समन्वय भवनए भोपाल में आयोजित श्सहकारी युवा संवादश् कार्यक्रम में युवाओं से संवाद गया  और बहनों को सिलाई मशीन वितरित  की गई। 

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न्यूज़ सोर्स : ipm