डेयरी यरी कार्यकलापों में लगी सहकारी समितियों और किसान उत्पादक संगठनों की सहायताश् नामक योजना कई सालों से चल रही इसके बाद भी किसानों को अपने दूग्ध के दाम को लेकर चिंता रहती है। इसका मुख्य कारण किसानों का असंगठित रहना एवं किसान उत्पाद संगठनों का सही विकास नहीं होना है। इस  बीच आज उज्जैन में मप्र के मुख्यमंत्री  ने  दुग्ध उत्पाद संगठनों के विकास को लेकर बड़ें संकेत दिये हैं। उम्मीद की जा रही है कि मप्र सरकार बड़ी कंपनियों को ही आगे बढ़ाने के आरोपों के बीच डेयरी कार्यकलापों में लगी सहकारी समितियों और किसान उत्पादक संगठनों को सक्षम बनाने के लिए कार्यशील पूंजी हेतु सुलभ ऋण प्रदान करने के लिए दूग्ध उत्पाद से लेकर उनके अनेको उत्पाद बनाने तक का कार्य किसान उत्पाद संगठनों FPO को सौपेगी। 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन सहकारी दुग्ध संघ की क्षमता मैं वृद्धि की जाएगी। शासन का प्रयास है कि दुग्ध संघ के माध्यम से दुग्ध उत्पादक किसान अधिकाधिक रूप से लाभान्वित हों। प्रत्येक किसान परिवार के पास कम से कम 50 हजार रुपए बोनस राशि पहुंचे। उज्जैन दुग्ध संघ की उत्पादन क्षमता को 10 लाख टन किया जाएगा। इसके साथ ही दुग्ध संघ की भूमिका को धरातल स्तर तक प्रभावी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ यादव उज्जैन सहकारी दुग्ध संघ के कर्मचारी संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। रविवार को आयोजित कार्यक्रम में विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री विवेक जोशी, श्री संजय अग्रवाल, श्री मयूर शाह, संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता, आईजी श्री संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश सभी क्षेत्रों में समान रूप से प्रगति के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कृषि आधारित मध्य प्रदेश में किसानों की आय में और अधिक वृद्धि हो इसके लिए शासन कृत संकल्पित है। प्रदेश की कृषि विकास दर को और आगे ले जाना है इसमें पशुपालक दुग्ध उत्पादक किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शासन का प्रयास है कि दुग्ध उत्पादन में और अधिक वृद्धि हो। इसमें दुग्ध सहकारिता की बड़ी भूमिका रहेगी दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के साथ बड़ी हुई मात्रा की खपत हेतु भी कार्य किया जाएगा। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से दुग्ध खपत हेतु दुग्ध संघ की क्षमता में वृद्धि की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध सहकारी संघ को मजबूत बनाने के साथ-साथ किसानों के लिए जितनी भी राशि चाहिए वह दी जाएगी। धरातल स्तर तक दुग्ध सहकारी संघ की भूमिका को प्रभावी बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन दुग्ध संघ मेरा अपना परिवार है। वर्तमान में उज्जैन दुग्ध संघ की ढाई लाख टन क्षमता में वृद्धि कर 10 लाख टन तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके प्रॉफिट को भी बढ़ाकर 100 करोड रुपए तक ले जाना है। इसके साथ ही कर्मचारी हितों को भी पूरा खयाल रखा जाएगा।

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