सतना: मान. मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार सामाजिक संस्थाओं को सशक्त एवं आदर्श ग्राम की अवधारणा को विकसित करनें हेतु दिये गये निर्देर्शो के अनुरूप म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा मध्यप्रदेश के सभी जिलों में 2 दिवसीय नवांकुर समितियों का क्षमतावर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला सतना एवं मैहर के प्रत्येक विकासखण्ड की चयनित नवांकुर संस्थाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 1 जनवरी 2025 को प्रारंभ किया गया। आयोजित प्रशिक्षण का शुभारंभ अवसर पर मुख्य आतिथ्य के रूप में सम्मिलित हुआ। श्री गणेश और मॉ भारती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण उपरान्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ।

जिले की रूपरेखा कार्ययोजना एवं भविष्य की रणनीति पर अपनी बात रखते हुये जिला समन्वयक द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुये संक्षिप्त में नवांकुर समिति द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यो एवं उनकी प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया। उसके उपरांत संभाग समन्वयक प्रवीण पाठक द्वारा प्रशिक्षण की अवधारणा एवं विषयवस्तु की विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुये प्रशिक्षण के महत्व एवं उपयोगिता पर चर्चा की गयी। मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि कि वर्तमान समय में मध्यप्रदेश के 23 हजार ग्रामों में से लगभग 20 हजार से अधिक ग्रामों में प्रस्फुटन समिति के माध्यम से जन अभियान की पहुंच बनी है। नवांकुर संस्थाये परिषद के आधार स्तंभ हैं जो प्रस्फुटन समिति के माध्यम से शासन और समाज को जोड़नें की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। नवांकुर समितियों का कार्यक्षेत्र उनका सेक्टर है अतः सेक्टर प्रभारी के रूप में उनका दायित्व बड़ा है। शासन की सभी सामाजिक गतिविधियों एक पेड़ मां के नाम, जल गंगा अभियान, नशामुक्ति अभियान जैसे महत्वपूर्ण अभियानों में सक्रिय भागीदारी से शासन को प्रत्येक अभियानों में नवांकुर समितियों के माध्यम से समाज का व्यापक समर्थन एवं सहयोग मिला है। शासन की यह मंसा भी रही है कि नवांकुर समितियों में वो समितियां परिषद के साथ मिल कर आगे बढ़े जिसके अंदर समाजसेवा का जुनून हो, यह जुनून ही सामाजिक संस्थाओं को आदर्श ग्राम बनानें की प्रेरणा देगा।

आदर्श ग्राम की अवधारणा से सभी संस्थाओं को जोड़ते हुये बताया कि सभी संस्थाओं को अपनी ऊर्जा एक जगह लगाकर काम करनें की आवश्‍यकता है। जब हमारी ऊर्जा कई जगह बंट जाती है तो हमें हमारे उद्देश्‍यों के अनुरूप शत प्रतिशत परिणाम नहीं मिल पाता, अतः हमें यदि कुछ बड़ा काम करना है जो समाज के लिये प्रेरणा बन सके तो उसके लिये हम सभी को अपनी 100 प्रतिशत ऊर्जा अपनें चयनित ग्रामों को देनी होगी तभी आगामी समय में हमारा गांव आदर्श गांव की यात्रा में आगे बढ़ पायेगा। पर्यावरण की प्रेरणा देते हुये बताया कि अपनें गांवों में नर्सरी के माध्यम से 5 हजार से अधिक पौधे लगाकर हम लोगों को वितरित करें तथा पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक कर सकें। जनसुविधा केन्द्र के माध्यम से गांव के प्रत्येक हितग्राही को उसकी पात्रता अनुसार योजना से जोड़ सकें। बिजली को बचानें के लिये सौर उर्जा जैसी नई तकनीकि को स्वीकार्य कर घरों में पैनल लगवानें हेतु प्रोत्साहित करें। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये उन्हें संस्कार केन्द्र एवं वाचनालय जैसी सुविधा उनके गांव में उपलब्ध कराकर उन्हें उज्जवल भविष्य की दिशा तय करें। गौसंरक्षण एवं गौपालन जैसे प्राचीन परम्परा को आगे बढ़ाकर हम गांव को जैविक कृषि हेतु प्रोत्साहित कर सकते है। अपनें उद्बोधन के अंत में उन्होनें कहा कि नानाजी देशमुख आज पूरी मानवता के लिये प्रेरणास्रोत हैं। 60 वर्ष की आयु में वो चित्रकूट आये और अपनें पुरूषार्थ से ग्राम विकास के विभिन्न आयाम स्थापित किये। उनके किये गये कार्य लोगों के लिये प्रेरणा बने और भारत सरकार नें उन्‍हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देकर सम्मानित किया। हम सभी नाना जी से प्रेरण लेकर अपनें लक्ष्य अनुरूप आगे बढ़े निश्चित ही हमें सफलता मिलेगी और आगामी वर्षो में नवांकुर समितियां आदर्श ग्राम निर्मित करनें में अवश्‍य सफल हो पायेंगी।

कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन डॉ. राजेश तिवारी द्वारा किया गया। तथा कार्यक्रम के अंत में मुख्यअतिथि महोदय को भगवान श्रीराम की प्रतिमा भेंट कर सम्‍मान किया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के शुभांरभ कार्यक्रम में सभी विकासखण्ड समन्वयक श्रीमती ममता सिंह विश्‍वनाथ रैदास, अरूण कुमार सिंह, विजयेन्‍द्र जाड़िया, श्याम सुन्दर मिश्रा, अनुप कुमार पाठक सहित सभी नवांकुर समितियों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

न्यूज़ सोर्स : ipm