रायसेन। समाज एवं शासन के मध्य सेतु  के रूप में  मप्र जन अभियान परिषद विगत कई सालों से सकारात्मक कार्य कर रही है , लेकिन अब नवांकुर संस्थाओं को  एक योजनागत तरीके से कार्य करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। यह बात आज मप्र जन अभियान परिषद के निदेशक  डॉ. धीरेंद्र कुमार पाण्डेय  ने नवांकुर संस्थाओं की समृद्वि योजना अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान  रायसेन  में कही।  श्री पाण्डेय ने नवांकुर संस्थाओं काे कई उदाहरण देते कहा कि आपको एक लक्ष्य  निधारित कर कार्य करना चाहिए। इस को लेकर राज्य स्तर पर योजनाएं तैयार हैं, आज से आप यह निर्धारित करें की आप परिषद के टूल्स अनुसार एक निर्धारित लक्ष्य के प्रति इमानदारी से लग जाएं।  अगर हर नवांकुर संस्था परिषद के अन्य कार्य के साथ एक प्रमुख लक्ष्य पर कार्य करना प्रारंभ कर दे तो ठोस रिजल्ट जल्द आने लगेंगे। 

हर ब्लाक में एक ऐसा आदर्श  ग्राम बनाएं, जहां देश - विदेश के लोग देखने आएं

 श्री  पाण्डेय  ने आगे कहा वर्तमान में मप्र जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष महोदय के मार्गदर्शन में आदर्श ग्राम की परिकल्पना पर कार्य कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि परिषद के नेटवर्क के माध्यम से एक ऐसा ग्राम बनाएं जो हराभरा हो,सूचना केन्द्र हो,रोजगार के साधन हो,जैविक खेती होती हो,उर्जा का संरक्षण होता हो, स्वच्छ पानी हो एवं ग्राम के मामले ग्राम में ही निपटते हों, ऐसे एक उर्जावान ग्राम का निर्माण  होना चाहिए।  अगर हम 20 ग्राम भी  पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित कर दे  जहां  देश विदेश से के लोग उस ग्राम को देखने आएं तो यह परिषद की बड़ी उपलथ्बध होगी। 

  कार्यपालक निदेशक द्वारा सभी नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बेहतर कार्य करने हेतु अपनी ओर से शुभकामनाएं भी  दी गई। प्रशिक्षण का प्रारंभ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। प्रारंभ में   वरुण आचार्य संभाग समन्वयक भोपाल द्वारा प्रशिक्षण के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया।  जिला समन्वयक कल्याण सिंह राजपूत ने परिषद की अवधारणा रखी। प्रशिक्षण में ब्लाक समन्वयकों एवं अन्य प्रशिक्षार्थियों द्वारा नवांकुर संस्थाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 

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