मध्यप्रदेश में कार्यरत सभी NGO को मध्यप्रदेश जन अभियान के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना हुआ अनिवार्य
भोपाल के जंबूरी मैदान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, एक जमाना था, जब मध्यप्रदेश अंधेरे का घर था, सड़कों पर गड्ढे थे। आज शानदार सड़कों का निर्माण बीजेपी सरकार ने कराया है। बिजली, पानी, सिंचाई का जाल बिछाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। अब तो पाकिस्तान वाले भी कहते हैं कि या अल्लाह हमारे पास भी मोदी हो जाता।
सीएम मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समितियों एवं स्वैच्छिक संगठनों के महाकुंभ में शामिल हुए। उन्होंने लाडली योजना बहना की जानकारी दी। बोले- मैं पूरे प्रदेश की बहनों को वचन देता हूं कि जान भले ही चली जाए, तुम्हारे विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगा। खंडित नहीं होने दूंगा। लाडली बहना के आवेदन हम भरवाएंगे। न तो आय की जरूरत है, न मूल निवास की जरूरत है। बहन अगर कह देगी कि आमदनी 2.50 लाख से कम है, तो हम मान लेंगे। आवेदन के लिए अगर दूसरे गांव जाना पड़ता है, तो गाड़ी की व्यवस्था करवाएंगे। 25 मार्च से 30 अप्रैल तक फॉर्म भरे जाएंगे। 10 जून से पैसा आना शुरू हो जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम से हुई। कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से जन अभियान परिषद से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए। महाकुंभ में जन अभियान परिषद के उद्देश्यों और कार्यों की सूचना के लिए शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई।
जन परिषद अभियान को बनाया नोडल एजेंसी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, तीन चीजें तय कर रहे हैं। पहला- प्रदेश के सभी शासकीय विभागों की योजनाओं में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जन अभियान परिषद को नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। दूसरा- मध्यप्रदेश में कार्यरत सभी एनजीओ को मध्यप्रदेश जन अभियान के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना और एक्टिविटीज को अपलोड करना जरूरी कर दिया जाएगा, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही तय हो। तीसरा- शासन के हर विभाग द्वारा कराई जाने वाली योजनाओं का प्रचार, प्रसार, सर्वे, जन भागीदारी के काम भी जन अभियान परिषद को सौंपे जाएंगे।
जन परिषद अभियान ने अद्भुत काम किया है। यह स्वंयसेवी संगठनों का, समाजसेवियों का और छोटी-बड़ी संस्थाओं का एक ऐसा महा संगठन बन गया है, जिसने सब सेवा करने वालों को एक प्लेटफॉर्म पर खड़ा कर दिया है। संगठन आज सेवा का वटवृक्ष बन गया है। जब यह वटवृक्ष नशामुक्ति, ऊर्जा संरक्षण, जल संरक्षण के काम कर सबको विकास की छाया दे रहा था, तब सवा साल की सरकार ने इस वटवृक्ष को काटने की कोशिश की। उसे इनके काम चुभ गए। वटवृक्ष तो नहीं कटा, लेकिन काटने वाले खुद कट के रह गए। कमलनाथ ये तो बता दो समाजसेवियों ने क्या बिगाड़ा था।
सीएम ने कहा, अपने लिए जिए तो क्या जिए, ऐ दिल तू जी जमाने के लिए"। जन अभियान, नवांकुर प्रस्फुटन समितियां और उनसे जुड़े बाकी संगठन जमाने के लिए जीने वाले संगठन हैं। कमलनाथ ने सीएमसीडीएलपी के बच्चों का भविष्य अंधकार में कर दिया, नवांकुर प्रस्फुटन समितियों को फंड देना बंद कर दिया। समाजसेवा का काम करने वाले, नदियों को सदानीरा बनाने वाले, छोटी जल संरचनाएं बनाने वाले इन लोगों ने कमलनाथ जी आपका क्या बिगाड़ा था।
कोविड के संकट में चाहे लोगों को समझाने का मामला हो, लॉकडाउन को सफल बनाने का मामला हो या वैक्सीन लगवाने का मामला हो, जन अभियान के साथियों ने अपनी जान हथेली पर रखकर काम किया। मोदी सरकार ने वैक्सीन बनवाई। पुरानी सरकार होती तो पता नहीं कितने मारे जाते। आज भारत का मान-सम्मान प्रतिष्ठा पूरी दुनिया में है। कांग्रेस ने हिंदी को लेकर षड्यंत्र किया। अंग्रेज चले गए, पढ़ाई अंग्रेजी में ही कराई। हमने मेडिकल की पढ़ाई भी हिंदी में कर दी, ताकि अंग्रेजी न जानने वाला भी डॉक्टर बन सके।