मप्र के के लिए आदर्श पेश करता ग्राम बाचा ,होमस्टे का जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष ने कियाअवलोकन
बैतूल के घोड़ाडोंगरी ब्लॉक का आदिवासी बाहुल्य ग्राम बाचा आज पूरे देश के लिए एक आदर्श गांव है। चारों तरफ जल संरचनाओं का जाल, लहलहाते खेत, साफ सुथरे घर और 100 फीसदी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल इस गाँव को अलग पहचान देता है। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि केवल एक दशक पहले इसी गांव में भीषण जलसंकट था. अब इा ग्राम को होम स्टे के रूप में भी डेवलप किया गया है। इस ग्राम का आज जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर ने अवलोकन किया। ग्रामीणों के अनुसार इन होमस्टे का जल्द आगुतंकों के लिए शुभारंभ होने जा रहे है।
आदर्श ग्राम बाचा अब शीघ्र ही देश के ग्राम्य पर्यटन के नक्शे में जुड़ जायेगा । पर्यटन भारत की अध्यात्म, संस्कृति एवं परम्पराओं से आत्मसात होने का प्रभावी माध्यम है । ग्राम्य भारत आज भी हमें अपनी जड़ों व पूर्वजों से जोड़ता है ।
श्री नागर के अनुसार दो वर्ष पूर्व जब B2V संस्था के श्री मनीष कुमार जी भारत भारती आये थे, तब यह यह सपना देखा था कि स्वावलम्बी ग्राम हेतु ग्राम्य पर्यटन भी एक माध्यम है । दो ग्रामों का चयन होकर वहाँ मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से कार्य प्रारम्भ हुआ और यह सपना शीघ्र ही पूर्ण होने जा रहा है । दूसरा ग्राम बजरवाड़ा है, जहाँ दस होमस्टे बनकर तैयार हो रहे हैं ।
तो गाँव की मिट्टी, जंगल, झरने, लहलहाते खेत और देशी जैविक भोजन, लोकगीत और ग्राम्य संस्कृति से परिचित होने के लिए ग्राम बाचा में आपका स्वागत है । बुकिंग की सूचना शीघ्र ही आपको दी जायेगी ।