5 फरवरी से 2 मार्च तक निकाली जायेगी विकास यात्रा
जिले में संत रविदास जी की जयंती 5 फरवरी से 2 मार्च तक विकास यात्रायें निकाली जायेंगी। इसके लिए जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों गोटेगांव, नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा व गाडरवारा में कुल 88 क्लस्टर बनाये गये हैं। इनमें 450 ग्राम पंचायतों के 1048 ग्राम और 8 नगरीय निकायों के 142 वार्ड शामिल किये गये हैं। कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने जिले में विकास यात्राओं के सुचारू आयोजन के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं।
विकास यात्रा में विधानसभा क्षेत्र गोटेगांव के 25 क्लस्टर में 139 ग्राम पंचायत के 380 ग्राम व एक नगर पालिका क्षेत्र के 15 वार्ड, विधानसभा क्षेत्र नरसिंहपुर के 21 क्लस्टर में 101 ग्राम पंचायत के 218 ग्राम व दो नगर पालिका क्षेत्र के 43 वार्ड, विधानसभा क्षेत्र तेंदूखेड़ा के 21 क्लस्टर में 117 ग्राम पंचायत के 279 ग्राम व एक नगर परिषद क्षेत्र के 15 वार्ड और विधानसभा क्षेत्र गाडरवारा के 21 क्लस्टर में 93 ग्राम पंचायत के 171 ग्राम, एक नगर पालिका क्षेत्र के 24 वार्ड व तीन नगर परिषद क्षेत्र के 45 वार्ड शामिल किये गये हैं। इस तरह जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में 88 क्लस्टर में 450 ग्राम पंचायत के 1048 ग्राम, 4 नगर पालिका क्षेत्र के 82 वार्ड और 4 नगर परिषद के 60 वार्ड समेत 8 नगरीय निकायों के 142 वार्ड शामिल किये गये हैं।
विकास यात्रा के दौरान नुक्कड़ नाटक सभा का आयोजन होगा। इसमें बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान, नशा मुक्ति अभियान, एनीमिया मुक्त ग्राम तथा विकास गाथा के बारे में बताया जायेगा और जागरूकता बढ़ाई जायेगी। विकास यात्रा के दौरान जन संवाद, हितग्राही संवाद, लोकार्पण, शिलान्यास, भूमिपूजन, आयुष्मान कार्ड व आधार कार्ड बनाने के शिविर, पौधरोपण कार्यक्रम, समस्या व शिकायत निवारण शिविर, पारंपरिक खेलों के आयोजन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी/ लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान, गृह प्रवेश/ ओडीएफ प्लस व गौशाला की घोषणा, मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के शेष लाभार्थियों को लाभ वितरण, जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायत/ ग्राम में हर घर जल की उपलब्धता, ऊर्जा साक्षरता अभियान के अंतर्गत पंजीयन एवं प्रमाणीकरण, संबल/ भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल के कार्ड बनाने के शिविर, विकास गतिविधियों पर केन्द्रित सांस्कृतिक व भजन के कार्यक्रम, स्वच्छता कार्य व श्रमदान, प्रमुख ऐतिहासिक, धार्मिक व सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों के भ्रमण, ग्राम के शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण, एक जिला- एक उत्पाद के अंतर्गत या स्वसहायता समूहों द्वारा बनाये गये उत्पादों, हस्तशिल्प आदि के प्रदर्शन की गतिविधियां संचालित की जायेंगी।