लांजी-किरनापुर विधानसभा क्षेत्र में सर्व सामाजिक नेतृत्व हेतु ज्योति उमरे जनता की चाह
बालाघाट {IPM}। लांजी किरनापुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार चुनाव को लेकर एक अलग ही समीकरण बन रहे हैं। कई ऐसे क्षेत्रीय मुद्दे हैं जो परंपरागत नेतृत्व को बदलकर नए चेहरे की तलाश कर रहे हैं। विधान सभा क्षेत्र क्रमांक 109 बालाघाट की राजनीति सहित प्रदेश की राजनीति में भी अहम भूमिका रखता है। लांजी क्षेत्र से कमलनाथ सरकार में विधानसभा उपाध्यक्ष रहीं हीना कावरे का दबदबा है लेकिन इस बार यह दबदबा लांजी-किरनापुर के चौक-चौराहे पर डबल-मनी की लौ में जला-जला सा नजर आता है। गली-चौराहों पर चर्चाएं है कि डबल मनी के खेल ने क्षेत्र के आमजन को कहीं का नहीं छोड़ा। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों ? एवं सत्ता के करीब बैठे क्षेत्र के नेताओं के घर के पास ये मामला चलता रहा तो फिर यह अवैध व्यापार इतने दिनों तक क्यों फलता-फूलता रहा।
इस बीच जनता के मन में इन सब मामलों को क्षेत्र में गंभीरता से उठाने वाली युवा नेत्री ज्योति उमरे का नाम तेजी से उभर रहा है। ज्योति वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं एवं अपने "बेटा बचाओं अभियान" के माध्यम से देशभर में चर्चित हो रही हैं। ज्योति जनता के बीच एक अलग तरह के राजनीतिक कौशल के साथ जा रही हैं, ज्योति द्वारा नशे की लत से युवाओं को हटाकर स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर,आदर्श बनाने की ओर है। इन्ही कार्यो की देखते हुए कई राजनीतिक दल ज्योति पर निगाहें गड़ाए बैठे हैं। कई क्षेत्रीय दल तो टिकट देने की पेशकश भी कर चुके हैं ऐसा क्षेत्र में चर्चा का दौर है।
क्या बन रहे जातिगत समीकरण
एक तरफ जहां हिना कावरे एवं भाजपा लोधी वोट बैंक के दम पर चुनाव नैया पार करना चाह रहे हैं, वहीं क्षेत्रीय आकलन अनुसार देखें तो ज्योति को सर्वसमाज का समर्थन मिल रहा है। ज्योति के कार्यक्रमों में महिलाओं की भीड़ एवं तेजी से उनके समर्थन में जुट रहे लोगों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र की जनता के मन में क्या चल रहा है। वैसे देखा जाए तो ज्योति लोधी समाज से आती हैं लेकिन लोधी समाज के साथ कूनबी, पंवार,मरार,कलार,गोण्ड एवं अन्य आदिम जाति भी ज्योति के समर्थन में दिख रही है। इसका कारण ज्योति मिलनसार व्यवहार एवं ग्रामीण विकास-शिक्षा-स्वास्थ्य, रोजगार, समरसता के लिए अलग सोच को माना जा रहा है।
भाजपा संगठन की भी है नजर
इस वक्त ज्योति उमरे स्वतंत्र रूप से सामाजिक कार्य के दम पर अपनी अलग पहचान बना रही है वहीं सूत्रों की माने तो भाजपा संगठन एवं संघ के कई बड़े दिग्गज सहित क्षेत्र के कई भाजपा नेता भी ज्योति उमरे के नाम पर सहमति बनकार टिकट के लिए रायसुमारी कर सकते हैं। एक तरह से देखा जाए तो ज्योति के खिलाफ अभी कोई ऐसा समीकरण नहीं बन रहा है जिससे की वह नकारीं जा सके, लोग तो यह भी कह रहे है कि ज्योति उमरे निर्दलीय भी चुनाव लड़े तो भारी मतो से विजय हो सकती हैं। ज्योति की पारिवारिक पृष्ठभूमि देखें तो परिवार में जनसंघ से एवं भाजपा से जुड़े ही लोग रहे हैं। ज्योति भी हिन्दू एकता को लेकर कार्य करते देखी जाती है इससे जनता आर्शीवाद देती नजर आ रही है।