बरसात के दिनों में कई तरह की मच्छर जनित बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसे रोगों के कारण हर साल बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है, गंभीर स्थितियों में ये बीमारियां जानलेवा भी हो सकती हैं। हालांकि अब डेंगू से ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है। संभवत: साल 2025 तक देश में डेंगू से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बीते सप्ताह डेंगू संक्रमण को लेकर हुई उच्चस्तरीय बैठक में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने जानकारी दी है कि डेंगू के टीके का परीक्षण अंतिम चरण में है। अगले साल तक यह आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सकता है।

गौरतलब है कि देश के कई राज्य इन दिनों डेंगू की चपेट में हैं। महाराष्ट्र में इसका जोखिम अधिक देखा जा रहा है। इस साल जुलाई तक ही यहां डेंगू के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार साल के पहले सात महीनों में राज्य में डेंगू के केस में 83 फीसदी तक का उछाल दर्ज किया गया है।

भारत में चल रहा है टीकों का परीक्षण

डेंगू हर साल स्वास्थ्य क्षेत्र पर बड़ा दबाव डालती है। हालांकि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि टीके उपलब्ध होने के बाद इसका खतरा काफी हद तक कम किया जा सकेगा।

जानकारियों के मुताबिक देश की चार फार्मा कंपनियां टीके के क्लीनिकल परीक्षण में जुटी हैं। हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन को दस्तावेज सौंपते हुए बताया कि पहला परीक्षण 60 लोगों पर हुआ है, जिसमें छह महीने तक लोगों में एंटीबॉडी का स्तर पर्याप्त मात्रा में देखने को मिला है। इस परिणाम के बाद अगले चरण के ट्रायल की अनुमति मिली है।


जनवरी और जुलाई 2023 के बीच जहां महाराष्ट्र में  3,164 मामले रिपोर्ट किए गए थे वहीं  इस साल के पहले सात महीनों में 5,776 केस दर्ज किए गए हैं, जो करीब दोगुना के बराबर हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मच्छर जनित रोग के खतरे को लेकर सभी लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।

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