मण्डीदीप तय करेगा भोजपुर का भविष्य ?140 बूथ पर कांग्रेस तो 170 बूथ पर भाजपा रह सकती है आगे
औबेदुल्लागंज। रायसेन जिले की चारों विधानसभाओं में मतदाताओं ने कल अपना विधायक चुन लिया है। भोजपुर विधानसभा में छुटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण हुआ। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच विधानसभा क्षेत्र में कुल 79.47 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि पिछली बार वर्ष 2018 में 71 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना विधायक चुनने के लिए मतदान किया था। इस बार मतदान में 8.47 प्रतिशत की वृद्वि हुई है। मतदान के बाद हमारे आंकलन के अनुसार 310 में से 169 बूथ पर भाजपा एवं 141 बूथ पर कांग्रेस को फायदा होता दिख रहा है। हमारे आकलन के अनुसार इस बार भाजपा को 40 से 45 प्रतिशत मत मिलने की संभावना है,वहीं कांग्रेस को 35 से 40 प्रतिशत मत मिलने की संभावना है। ऐसी स्थिति में 5से 10 प्रतिशत की लीड़ पर भाजपा को बढ़त रहेगी ऐसी चर्चा जनता में चल रही है।
भोजपुर में इस बार कांटे की टक्कर के बीच मण्डीदीप क्षेत्र के मतदाता किंग मेकर की भूमिका में रहेंगे। जिस तरह से मतदान वाले दिन यहां मतदान करते देखा गया इससे यह माना जा रहा था कि सरकार की योजनाओं से प्रभावित होकर लोग मतदान कर रहे हैं। यह इसलिए भी माना जाता है कि मण्डीदीप के मतदाता किसी भी व्यक्ति विशेष से प्रभावित होकर मतदान नहीं करते क्योंकि वे प्रायः बाहरी लोग होते हैं एवं अस्थायी रूप से निवास करते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मण्डीदीप की वोट सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचा सकती हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक मतदान का कारण
इस बार शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक मतदान हुआ है,साथ ही महिलाओं में भी भारी उत्साह देखा गया इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि सरकार की योजनाओं से प्रभावित जनता भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकती है। इधर कांग्रेस इस बार इस मतदान के बढ़े प्रतिशत को बदलाव की लहर मान रही है। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा की उंट किस करवट बदलनता है। कांग्रेस के उम्मीदवार ने जिस तरह से अंदरखाने से इस बार प्रचार किया है वह कहीं ना कहीं से भाजपा को चिंता में डाल रहा है।
लाड़ली बहना जिनके साथ वह बन सकता है विजेता
भोजपुर में 51.53 पुरूष एवं 77.49 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया है। इसमें ग्रामीण अंचलों में महिलाओं में मतदान के प्रति उत्साह देखा गया है। सुलतानपुर क्षेत्र में कांटे की टक्कर हो सकती है,यहा कांग्रेस के उम्मीदवार भाजपा से आगे निकलते दिख रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में भाजपा-कांग्रेस में टक्कर नजर आ रही है। हालांकि अगर महिला वोटरों ने भाजपा का साथ दिया तो ग्रामीण अंचलों में बराबरी की लीड लेते हुए मण्डीदीप में भाजपा कांग्रेस को पीछे कर परिणामों को जीत में बदल सकती है। जातिगत आधार पर इस बार भाजपा का वोट काफी प्रभावित हुआ है, ओबीसी एवं आदिवासी वोट बैंक में कांग्रेस ने चालाकी से सेंधमारी की हैं, इस खाई को अगर भाजपा नहीं पाट सकी होगी तो परिणाम कुछ भी हो सकते हैं।