भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों में नए भाजपा अध्यक्ष का ऐलान कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और आंध्रप्रदेश में नए भाजपा अध्यक्ष का ऐलान कर दिया है। पंजाब में भाजपा ने पार्टी की कमान सुनील जाखड़ को सौंपी है। वहीं झारखंड में बाबूलाल मरांडी को पार्टी की कमान सौंपी गई है। तेलंगाना में आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की कमान जी. किशन रेड्डी को सौैंपी गई है। वहीं आंध्र प्रदेश में पुरंदेश्वरी को भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा भाजपा आलाकमान ने राजेंद्र अटाला को चुनाव प्रबंधन समिति का नए अध्यक्ष बनाया है।

मोदी कैबिनेट का कब होगा विस्तार?

इन नई नियुक्तियों के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। दरअसल, रेड्डी केंद्र में मंत्री हैं। पार्टी में एक नेता, एक पद का सिद्धांत लागू है। ऐसे में रेड्डी को मंत्री पद छोड़ना होगा। पिछले कुछ वक्त से मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबरें पहले से ही चल रही हैं। अब इन नई नियुक्तियों के बाद माना जा रहा है कि जल्दी ही फेरबदल भी हो जाएगा। कहा जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में कुछ पुराने सहयोगियों को मौका मिल सकता है।


कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए सुनील जाखड़ को पार्टी में शामिल कर बीजेपी ने एक तीर से दो शिकार किए हैं। पुराने कांग्रेसी रहे जाखड़ को पंजाब में काम करने का लंबा अनुभव है उनके साथ एक बड़ा जनाधार भी है। दूसरा, लोकसभा चुनाव से पहले जाखड़ को एक्टिव कर पार्टी राज्य में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है। जालंधर और संगरूर उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी ने राज्य में बदलाव करने की सोची थी। इसके अलावा बीजेपी जाखड़ को हिंदू और जाट चेहरे के तौर पर आगे बढ़ाएगी। पार्टी को उम्मीद है कि जाखड़ के बल बीजेपी 2024 के चुनाव में दमखम दिखा सकती है।
झारखंड की कमान भरोसेमंद चेहरे के हाथ

बीजेपी ने बिहार से सटे झारखंड की कमान अपने पुराने सेनापति के हाथ में थमा दी है। बाबूलाल मरांडी के जरिए पार्टी अब न केवल लोकसभा चुनाव में उतरेगी बल्कि विधानसभा चुनाव में भी पार्टी मरांडी के नेतृत्व में ही उतरेगी। दरअसल, एक वक्त था जब मरांडी झारखंड में बीजेपी के आंख-कान हुआ करते थे। लेकिन बाद में कुछ मनमुटाव के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और अपना अलग दल बना लिया। 2020 में वह फिर से बीजेपी में शामिल हुए और पार्टी ने उन्हें अब राज्य में पार्टी का अध्यक्ष बना दिया है। मरांडी का झारखंड में बड़ा आधार है। इसके अलावा आदिवासी चेहरे के तौर पर बीजेपी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ उन्हें खड़ा कर दिया है।

 

न्यूज़ सोर्स : ipm