भद्रा के दौरान न मनाएं रक्षाबंधनः पंडित परशुराम महाराज
संदीप सोनी - अनुपपूर
रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है और अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है. भाई बहन की रक्षा करने का वचन देता है. बहन भाई के प्यार को दर्शाने वाला यह पर्व है. 19 अगस्त को यह पर्व है. घर से लेकर बाजार तक इस पर्व की रौनक देखते ही बन रही है. तरह तरह की मिठाइयों और राखियों से बाजार पड़ें हैं. बाजार में गिफ्ट आइटम की भरमार भी है. भाई अपनी बहनों के लिए गिफ्ट की खरीदारी करने में मशरूफ हैं. इस सबके बीच इस बार राखी पर भद्रा का साया पड़ रहा है. जिसने भाई और बहनों दोनों को टेंशन दे दिया है.
भद्रा के दौरान न मनाएं रक्षाबंधनः ज्योतिष पंडित परशुराम महराज जी ने कहा कि "भद्राकाल के दौरान राखी का पर्व न मनाएं. ऐसे में बहनें भद्रा के बाद भाई को राखी बांधें. 19 अगस्त को सुबह 5.53 मिनट से 1.32 मिनट तक भद्रा है. इसलिए भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही राखी का पर्व मनाएं. उसके बाद बहनें भाई को राखी बांधें."
कब और किस समय बांधें भाई को राखी ?:
आप अपने भाई को राखी कब बांधें इसके लिए टीवी वंदेभारत ने ज्योतिष और पंडित परशुराम महराज जी से बात की है. पंडितजी ने बताया है कि 19 अगस्त के दिन भद्रा का साया है इसलिए दोपहर 1.32 बजे के बाद ही बहनें अपने भाई को राखी बांधें. दोपहर 1.32 मिनट से 4.20 बजे तक बहनें राखी बांध सकती हैं. उसके बाद शाम 6.56 से रात 9.08 बजे तक राखी बांधी जा सकती है.