झाबुआ ।   पिछले दो वर्षों से माछलिया घाट के 16 किमी मार्ग का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। निर्माण कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि आने वाले तीन माह में मार्ग चालू कर दिया जाएगा। फिलहाल स्थिति यह है कि खाखरा पुल से लेकर माछलिया घाट के अंमित छोर तक निकलने में एक वाहन को 30 से 40 मिनट तक का समय सामान्य तौर पर लग रहा है। अगर इस बीच दुर्घटना या खाखरा की सिंगल पुलिया पर जाम लग जाता है तो माछलिया घाट से निकलने पर लोगों को एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। इस घाट पर चार बड़े पुल बनकर तैयार है। आगामी तीन माह में मार्ग को शुरू कर दिया जाएगा। नया मार्ग शुरू होते ही झाबुआ से इंदौर वाहन चालक दो से ढाई घंटे के बीच पहुंच जाएंगे।

सड़क पर लग जाती है वाहनों की लाइन

झाबुआ से इंदौर की दूरी 150 किमी है। फिलहाल लोगों को अपने निजी वाहन से इंदौर जाने पर तीन घंटे का समय लग रहा है, क्योंकि 30 से 40 मिनट माछलिया घाट पर ही लग जाते हैं। अगर घाट पर दुर्घटना हो जाती है तो मार्ग संकरा होने के कारण एक बार में एक ही वाहन निकल पाता है। वाहनों की लाइनें लग जाती हैं। वाहन चालकों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। घाट से निकलने में एक से डेढ़ घंटे का समय जाम के दौरान व्यर्थ होना सामान्य बात है।

ऐसा है प्रोजेक्ट

- 16 किमी का हो रहा निर्माण कार्य

- 210 करोड़ रुपये हो रहे खर्च

- अप्रैल 2021 से शुरू हुआ था कार्य

- 5 में से 4 बड़े पुलों का हुआ निर्माण

- 26 छोटी पुलियां बनकर तैयार

ये आती है परेशानी

- 07 किमी का माछलिया घाट

- संकरा मार्ग होने से दिक्कतें

- 08 से 10 खतरनाक मोड़

- खाखरा पुलिया पुरानी व संकरी होने से दिक्कतें

इस तरह से होता है आवागमन

- 2500 बड़े वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं।

- 1500 से अधिक छोटे वाहनों का आवागमन

- 30 से 40 मिनट माछलिया घाट का सफर

ऐसे हुआ निर्माण

- 05 किमी माछलिया घाट का निर्माण

- 11 किमी घाट के अलावा निर्माण

- 810 मीटर की पहाड़ी खोदकर किया गया निर्माण

- 700 मीटर साईं मंदिर के समीप की पहाड़ी पर कार्य जारी

लगता है समय

- कार चालक माधव सिंगाड़िया का कहना है कि सबसे अधिक दिक्कत खाखरा पुलिया के कारण आती है, क्योंकि पुलिया संकरी व पुरानी होने से इससे एक बार में एक ही वाहन गुजर पाता है। वाहन अधिक होने पर वाहन चालकों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

- ट्रक चालक इमरान भाई का कहना है कि माछलिया घाट पर संकरा मार्ग होने से वाहनों को निकलने में दिक्कतें आती हैं। अगर इस दौरान कुछ दुर्घटना हो जाती है तो इस मार्ग से एक बार में एक ही वाहन निकल पाता है, जिससे जाम लग जाता है, इसलिए समय अधिक लग रहा है। अगर नया मार्ग शुरू कर दिया जाएगा तो राहत मिलने लगेगी।

तीन माह में कार्य पूर्ण कर लेंगे

निर्माण कंपनी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर बलदेवसिंह का कहना है कि आगामी तीन माह में माछलिया घाट का मार्ग पूर्ण कर लिया जाएगा। मार्ग शुरू होते ही इंदौर पहुंचना और अधिक आसान हो जाएगा। माछलिया घाट में चार बड़े पुल बनकर तैयार हैं, इसके अलावा 26 पुलियाएं भी बनाई गई हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि तीन माह में कार्य पूर्ण करने के लिए तेजी लाई जा रही है। अतिरिक्त मशीनें बुलाई गई हैं।