अगर आप प्राइवेट जॉब (ऑर्गेनाइज फर्म) या सरकारी नौकरी करते हैं तो आपकी सैलरी का एक हिस्‍सा कटकर एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड यानी ईपीएफ (EPF) अकाउंट में जमा होता है. यह ईपीएफ अकाउंट बहुत बड़े महत्‍व को हाता है, जो आपके भविष्‍य को वित्‍तीय रूप से सुरक्षित कर सकता है. इसलिए जरूरी है कि इस अकाउंट के महत्‍व के नजरअंदाज न करें. महज 20 हजार या 25 हजार की भी बेसिक सैलरी है तो यह रिटायरमेंट पर आपको करोड़पति बना सकता है, साथ ही पेंशन का भी इंतजाम करता है. यहां एक कैलकुलेशन से आप समझ सकते हें कि अगर 25 की उम्र में आपकी बेसिक सैलरी 25 हजार है तो किस तरह से रिटायरमेंट पर आपको 2 करोड़ का फंड मिलना तय है. 

एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड एक रिटायरमेंट सेविंग स्‍कीम (Retirement Savings Scheme) है. इस अकाउंट को मैनेज करने का काम एम्पलाइज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (Employees Provident Fund Organisation - EPFO) द्वारा किया जा रहा है. ईपीएफ अकाउंट का उद्देश्‍य कर्मचारियों के रिटायरमेंट लाइफ को आसान बना है.  

अकाउंट में डिपॉजिट के नियम 

ईपीएफ अकाउंट के लिए में कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर बनी सैलरी का 12 फीसदी योगदान देना होता है. इतना ही योगदान कंपनी या इम्प्लॉयर भी अपनी ओर से करता है. कंपनी के योगदान में से 8.33 फीसदी ईपीएस (EPS) यानी पेंशन फंड में जाता है. वहीं ईपीएफ में कंपनी का योगदान केवल 3.67 फीसदी होता है. हर साल EPF अकाउंट में जमा राशि पर सरकार ब्याज तय करती है. अभी इस पर ब्‍याज दर 8.25 फीसदी सालाना है.

रिटायरमेंट फंड में 22.78% सालाना तक मिल रहा रिटर्न, 10 हजार मंथली एसआईपी से 20 साल बाद कितना मिलेगा

EPF Calculator : 25 हजार रुपये बेसिक सैलरी

कर्मचारी की उम्र: 25 साल

रिटायरमेंट की उम्र: 60 साल

बेसिक सैलरी + DA : 25,000 रुपये

कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%

कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%

सालाना इंक्रीमेंट अनुमान: 5%

पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना

कुल योगदान: 45,05,560 रुपये

रिटायरमेंट पर फंड: 1,81,04,488 रुपये (करीब 1.81 करोड़ रुपये )

कुल ब्याज का फायदा : 1,35,99,128 रुपये

यहां हर साल सिर्फ 5 फीसदी इंक्रीमेंट पर आपको 1.81 करोड़ रुपये मिलेंगे. लेकिन अगर बीच में इंकक्रीमेंट कुछ बढ़ता है तो यह रहम 2 करोड़ रुपये भी पहंुच जाएगी, जो बहुत हद तक संभव है. 

 हर महीने कितना होता है जमा

बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता (DA) = 25,000 रुपये

ईपीएफ में कर्मचारी का योगदान = 25,000 रुपये का 12% = 3000 रुपये

कंपनी का ईपीएफ में योगदान = 25,000 रुपये का 3.67% = 917.50 रुपये

कंपनी का ईपीएस में योगदान = 25,000 रुपये का 8.33% = 2082.50 रुपये

ईपीएफ खाते में हर महीने योगदान= 3000 + 917.50 = 3917.50 रुपये

इस अमाउंट पर हर महीने ब्‍याज जुड़ता जाता है. 

# The Employees' Provident Fund came into existence with the promulgation of the Employees' Provident Funds 

न्यूज़ सोर्स : ipm