चंडीगढ़ निगम चुनाव में बड़ा उलटफेर, भाजपा ने जीता मेयर चुनाव, गठबंधन की हार
चंडीगढ़ । चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत का जादुई आंकड़ा 19 है। वर्तमान में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मिलाकर गठबंधन के पास कुल 20 वोट हैं। भाजपा के पास सांसद किरण खेर का वोट मिलाकर कुल 15 वोट हैं। 16 वोट पाकर भाजपा जीत गई है। भाजपा के मनोज मेयर घोषित भाजपा के मनोज सोनकर को मेयर घोषित कर दिया गया है।
भाजपा को 16 वोट मिले हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार आप और कांग्रेस को 12 वोट मिले हैं। आठ वोट अमान्य हैं। वोटों की गिनती शुरू हो गई है। बैलेट बॉक्स खोलने को लेकर हंगामा वोटिंग पूरी होने के बाद अब वोटिंग एजेंट के सामने बैलेट बॉक्स खोलने को लेकर हंगामा शुरू हो गया है।
अकाली पार्षद ने भी डाला वोट
अकाली दल के पार्षद हरदीप सिंह ने भी वोट डाला है, जबकि उन्होंने दावा किया था कि अगर मेयर चुनाव में नोटा का विकल्प नहीं होगा तो वह बहिष्कार करेंगे। यह देखना होगा कि अकाली पार्षद ने भाजपा को वोट दिया है या कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के गठबंधन को।
वोटिंग पूरी
मेयर पद के लिए सभी 35 वार्ड के पार्षदों ने अपने वोट डाल दिए हैं। आखिरी वोट वार्ड नंबर-35 के भाजपा पार्षद राजेंद्र शर्मा ने दिया। अब कुछ ही मिनट में वोटों की गिनती होगी और पीठासीन अधिकारी की तरफ से मेयर के नाम की घोषणा होगी।
वार्ड नंबर-26 तक वोटिंग हो चुकी है। चंडीगढ़ में 35 वार्ड हैं। इसके बाद मेयर पद के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। जो भी मेयर बनेगा, वह सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए चुनाव कराएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा है कि मेयर चुनाव में गठबंधन की जीत के बाद भाजपा की उल्टी गिनती शुरू होगी। इंडिया गठबंधन की यह पहली चुनावी जंग है, जहां से भाजपा की हार की शुरुआत होगी और यही वजह है कि भाजपा साम-दाम-दंड-भेद अपनाकर इस मेयर चुनाव को जीतना चाहती है।
क्रॉस और डैमेज वोट बिगाड़ सकते हैं खेल
गठबंधन की सबसे बड़ी चुनौती क्रॉस वोटिंग को रोकना रहेगा। भाजपा के पास 15 वोट हैं। भाजपा की नजर गठबंधन के पार्षदों की वोट क्रॉस कराने पर है। गठबंधन के तीन पार्षदों ने अगर वोट क्रॉस किया तो खेल बिगड़ सकता है। इसके अलावा वोट डैमेज घोषित होने से भी चुनाव के नतीजों पर प्रभाव पड़ता है। डैमेज वोट की गिनती नहीं की जाती और उसे इनवैलिड (अयोग्य) करार दे दिया जाता है। क्रॉस वोटिंग और डैमेज वोट जैसे कारणों से पर्याप्त बहुमत नहीं होने के बावजूद भाजपा कई बार बाजी मार चुकी है।
सीनियर डिप्टी मेयर पद पर कुलजीत और गुरप्रीत के बीच मुकाबला
नगर निगम में मंगलवार को मेयर के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवारों के लिए चुनाव होगा। भाजपा ने सीनियर डिप्टी मेयर के पद पर कुलजीत सिंह संधू और डिप्टी मेयर के पद पर राजेंद्र शर्मा को उतारा है। वहीं, गठबंधन ने सीनियर डिप्टी मेयर पद पर कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह गाबी और डिप्टी मेयर के पद पर कांग्रेस की निर्मला देवी को प्रत्याशी बनाया है।
इनके बीच होगा मुकाबला
पार्टी मेयर सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर
गठबंधन (आप+कांग्रेस) कुलदीप टीटा गुरप्रीत सिंह गाबी निर्मला देवी
भाजपा मनोज सोनकर कुलजीत सिंह संधू राजिंदर शर्मा
वर्तमान में वोट का गणित
गठबंधन (आम आदमी पार्टी+कांग्रेस): 20 (13+7)
भाजपाः 14 पार्षद + एक सांसद
अकाली दल : 1
सांसद ने डाला वोट
सांसद किरण खेर ने मेयर के पद के लिए पहला वोट दे दिया है। इसके साथ ही वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। वार्ड वाइज वोटिंग होगी और मेयर चुनाव के लिए करीब एक घंटे का समय रखा गया है।
एक साल तक सुरक्षित रखे जाएंगे बैलेट पेपर
इसके अलावा यहां पर जो भी वोटिंग होगी, उसे सील करके प्रशासन के ट्रेजररी ऑफिस में एक साल तक के लिए रखा जाएगा। यह बैलेट पेपर अगले मेयर चुनाव तक के लिए सुरक्षित रखे जाते हैं या अगर इस बीच कोई इलेक्शन पीटीशन अदालत में दायर होती है तो उसे केस का फैसला आने तक यह बैलेट पेपर सुरक्षित रखे जाते हैं। इसके अलावा संतुष्टि के लिए अगर कोई पार्षद चाहे तो बैलेट बॉक्स की सील पर अपने हस्ताक्षर भी कर सकता है।
हर तरह से चेकिंग
अभी तक वोटिंग शुरू नहीं हुई है। पार्षदों ने बैलेट बॉक्स से लेकर वोटिंग कंपार्टमेंट और पेन से लेकर स्टांप के दोनों तरफ भी चेक किया है, ताकि कोई गड़बड़ी न हो।
पूरे चुनाव की वीडियोग्राफी
डीसी विनय प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया है कि पूरे चुनाव प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है। अगर कोई भी पार्षद वीडियोग्राफी की कॉपी की मांग करेगा तो उसे मुहैया कराया जाएगा।