व्यवसाय को विस्तार देने का अवसर- प्रतिमाह 6.25 लाख का ट्रांजैक्शन
शासन और आजीविका मिशन के सतत प्रयासों तथा नगरीय निकायों के सहयोग से जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। इसी कड़ी में विकासखण्ड हर्रई के सांई स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित सांई अन्नपूर्णा महिला गृह उद्योग ने एक नई मिसाल कायम की है। अगस्त 2023 को गठित यह समूह आज जैविक उत्पादों के क्षेत्र में तेजी से अपनी पहचान बना रहा है।
समूह की 10 महिलाओं द्वारा पूरी तरह से जैविक और हस्तनिर्मित उत्पाद जैसे बड़ी, पापड़, चाकोली, फलाहारी, अचार, बिजोरे और गुड़ के लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया हर्रई द्वारा समूह को 1.5 लाख रुपये की सीसीएल लिमिट प्रदान की गई है, जिससे महिलाओं को अपने व्यवसाय को विस्तार देने का अवसर मिला है। वर्तमान में ये महिलाएं प्रतिदिन 2500 रुपये की कमाई कर रही हैं और उनकी स्वयं की बचत 28,800 रुपये मासिक तक पहुंच गई है। मासिक बचत, 10,000 रुपए के रिवॉल्विंग फंड और 1.50 लाख की सीसीएल लिमिट से समूह द्वारा प्रतिमाह 6.25 लाख का ट्रांजैक्शन किया जा रहा है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी हर्रई श्री अनिल देवर, योजना प्रभारी श्री ललित चौरसिया और सिटी मिशन मैनेजर उमेश पयासी के मार्गदर्शन में यह समूह लगातार प्रगति कर रहा है। समूह की सदस्य अपना व्यवसाय बढ़ाते हुए अपने उत्पादों को जिले की हर दुकान और मॉल में उपलब्ध कराना चाहती हैं, जिससे वे अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकें।
मंज़िलें उन्हीं को मिलती हैं,
जिनके सपनों में जान होती है,
पंखों से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है।
सांई अन्नपूर्णा महिला गृह उद्योग स्व सहायता समूह का यह प्रयास शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह सफलता न केवल महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करती है, बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करती है कि वे आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ें।