लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से लगातार टल रही बीजेपी अध्यक्ष की घोषणा अब तय हो गई। सूत्रों के अनुसार, पार्टी और RSS ने मिलकर हरियाणा के पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम पर सहमति बनाई है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, मुस्कुराते चेहरे के बीच यह ऐलान “मानसून सत्र से पहले” किया जा सकता है।

 लंबा सफर, कम विवाद
खट्टर का राजनीतिक सफर आरएसएस से शुरू हुआ, जहां उन्होंने दो दशकों तक संगठनात्मक जिम्मेदारियां निभाईं। संयमित और कम विवादित रहने वाले खट्टर की छवि ने उन्हें बीजेपी के भीतर एक भरोसेमंद विकल्प के तौर पर प्रस्तुत किया।

संघ और मोदी-शाह के भरोसेमंद
RSS प्रमुख मोहन भागवत और पीएम नरेंद्र मोदी से बने रिश्ते ने खट्टर की उम्मीदवारी को और मजबूत किया। भाजपा अंदरूनी गोलबंद प्रक्रियाओं से बीजेपी में उनका प्रभावशाली योगदान माना जा रहा है।

 संगठन व चुनाव प्रबंधन में अनुभव
हिंदुस्तान की राजनीति में खट्टर ने कई बार चुनाव प्रबंधन, प्रचार और संगठन विस्तार का काम संभाला। ‘हिंदी बेल्ट’ में उनकी पकड़ और मीडिया प्रबंधन भी उनके पक्ष में गिना जा रहा है।

कई नामों पर चर्चा

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होंगे, इसे लेकर लगातार कई नाम चर्चा में हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान, शिवराज चौहान, भूपेंद्र यादव समेत कई नामों की चर्चा लंबे समय से चल रही है। बीजेपी में जिस तरह से पिछले दिनों कई राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संघ की पृष्ठभूमि वाले नेता को ही मिलेगी। इन सभी केंद्रीय मंत्रियों के पास महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी है। नई शिक्षा नीति 2020 को लागू किया गया है। इसी तरह से किसानों का मुद्दा भी बहुत अहम रहा है। संघ की सहमति से ही नाम की घोषणा की जाएगी।

न्यूज़ सोर्स : Panjab Kesri