नवांकुर सखी अभियान, मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित एक पहल है, जिसका उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और सामाजिक विकास है. यह अभियान नवांकुर संस्थाओं और सखी मिलन महिला मंडलों के माध्यम से चलाया जाता है।  इस अभियान के तहत हर विकास खण्ड में  पांच सेक्टर में प्रति सेक्टर 100 महिलाओं को चिन्हित कर उन्हे बीज से भरी थैली भेंट की जाएगी। साथ पौधे लगी थैली भी प्रदान की जाएगी। प्रदेश में लगभग एक लाख छप्पन हजार से अधिक नवांकुर सखियों को इस अभियान में शामिल किया जाएगा। जन अभियान परिषद की इस अभिनव पहल से महिलाओं का पौधों की सुरक्षा एवं संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। साथ ही महिलाओं द्वारा लगाए गए इन पौधों के अधिक से अधिक जीवित रहने की भी संभावना है। 

नवांकुर सखी अभियान के मुख्य पहलू:

  • महिला सशक्तिकरण:

    यह अभियान महिलाओं को सशक्त बनाने, उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करने पर केंद्रित है.  धरती को हराभरा रखने में यह अहम पहल हो सकती है। 

  • सामाजिक विकास:

    यह अभियान सामाजिक विकास के विभिन्न पहलुओं, जैसे जल संरक्षण, स्वच्छता, शिक्षा, और नशा मुक्ति आदि में भी योगदान देता है. 

  • नवांकुर संस्थाएं:

    मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा चयनित नवांकुर संस्थाएं इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. 

  • सखी मिलन महिला मंडल:

    सखी मिलन महिला मंडल, महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक विकास के लिए काम करने वाले समूह हैं.लीड नवांकुर संस्थाएं एवं ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियां।  

  • जल गंगा संवर्धन अभियान:

    नवांकुर सखी अभियान, जल गंगा संवर्धन अभियान का भी हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जल संरक्षण और संवर्धन करना है. 

यह अभियान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से चलाया जाता है, जैसे:

  • संगोष्ठी और जागरूकता कार्यक्रम:

    जल संरक्षण, स्वच्छता, और अन्य सामाजिक मुद्दों पर संगोष्ठी और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. 

  • शपथ कार्यक्रम:

    लोगों को जल संरक्षण, स्वच्छता, और अन्य सामाजिक मुद्दों पर शपथ दिलाई जाती है. 

  • रैली और दीवार लेखन:

    जागरूकता बढ़ाने के लिए रैलियां और दीवार लेखन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. 

  • प्रशिक्षण कार्यक्रम:

    नवांकुर संस्थाओं और सखी मिलन महिला मंडलों के सदस्यों को विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाता है. 

  • सामुदायिक भागीदारी:

    समुदाय के सदस्यों को इन अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. 

उदाहरण:

  • नरसिंहपुर जिले में, नवांकुर संस्था और सखी मिलन महिला मंडल ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संगोष्ठी का आयोजन किया था. 
  • दमोह जिले में, नवांकुर संस्था ने ग्राम पंचायत में ई-केवाईसी और लाडली बहना योजना के तहत फॉर्म भरने में मदद की. 
  • सीधी जिले में, नवांकुर संस्थाओं और ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों ने जल गंगा संवर्धन अभियान को जन-जन तक पहुंचाया. 
  • विकासखण्ड औबेदुल्लागंज में सीएमसीएलडीपी की छा़त्राओं द्वारा विभिन्न गतिविधियों द्वारा इसे किया गया है। 
न्यूज़ सोर्स : Yogendra