नगर के गुरुद्वारों में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर विशेष कार्यक्रम संपन्न

औबेदुल्लागंज (संवाददाता) 3 नवंबर रविवार को नगर में प्रातः 5:00 बजे नगर प्रभात फेरी निकाली गई, प्रभात फेरी वार्ड नंबर 7 उमरिया के गुरुद्वारा गुरु हरगोविंद साहिब से प्रारंभ हुई, वही नगर के पंचायती गुरुद्वारा होशंगाबाद मार्ग से भी प्रभात फेरी शामिल हो गई, और मुख्य बाजार से होते हुए अर्जुन नगर के संत संतोख सिंह भजनगढ़ गुरुद्वारा में आकर संपन्न हुई। प्रातः काल 4:00 बजे से सभी गुरुवारों में अमृतवाणी साहिब का पाठ चला, तत्पश्चात भजन के उपरांत कथाकार जगजीत सिंह (जीते भैया) ने गुरु नानक देव जी के जीवन पर व्याख्या करते हुए बताया कि बगदाद के पीर दस्तवीर जो कि वहां के नवाब भी थे l उस समय वहा गुरु नानक देव जी ने कहा था कि "" लाख आकाश- लाख पाताल"" तब वहां के नवाब ने कहा कि मैं आपकी बात नहीं मानता हूं यह सिद्ध करके बताओ। तब गुरुदेव ने कहा की आंख बंद करो। तब नवाब बोले मेरी उम्र बहुत है मेरे लड़के को बताओ। तब गुरु नानक देव ने नवाब के पुत्र की आंखें बंद कराकर पूरी सृष्टि के दर्शन करा दिए थे। उस समय से अभी तक बगदाद में उस स्थान पर सभी लोग नानक पीर सदका का सम्मान करते आ रहे हैं। कथा के उपरांत गुरु घर के वजीर भगवान सिंह ने अरदास कराई, फिर प्रसादी वितरण और लंगर छकाया गया। आज के कार्यक्रम में बाल गोपाल सहित छोटे छोटे नोनिहालो में भी उत्साह देखा गया।
कार्यक्रम में सुरजीत सिंह बिल्ले, सुरजीत सिंह गिल, पूर्व पार्षद रामेश्वर नागर, पार्षद एवं पत्रकार सुनील सेरिया, पूर्व पार्षद राजेंद्र साहू (गुड्डू भैया), कबीरपंथी संत सूरदास जी,मोहन बंजारा,भैया जी, दुल्ले भैया, हरदीप सिंह, सोनू बागी आदि सहित बड़ी संख्या में माता एवं बहनें भी उपस्थित थी।