नर्मदा जी के उद्गम से संगम तक "नदी के घर में -आओ बनायें अपने हाथों ,अपने श्री गणेश”

प्रकृति प्रेमी स्व-अनिल माधव दवे की प्रेरणा से उनके तैयार वालिंटियर गत १४ से भी अधिक वर्षों से गणेश प्रतिमा निर्माण का आयोजन कर रहे है। केवल " नदी के घर" पर ही नहीं अपितु नर्मदा जी के उद्गम से संगम तक विभिन्न घाटों/स्थानों/ग्रामों में, विद्यालयों/महाविद्यालयों में माटी गणेश बनाने की विधि प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं द्वारा निःशुल्क सिखायी जाती है।
जबलपुर स्थित प्रसिद्ध ग्वारी घाट पर बच्चों ने मिट्टी से गणेश मूर्ति बनाने का प्रशिक्षण लिया। यहाँ भाग टोली सदस्य विनोद जी एवं स्थानीय घाट टोली कार्यकर्ता अभिषेक जी भी उपस्थित रहे।
माटी गणेश कार्यशाला में आज सरदार वल्लभभाई पॉलिटेक्निक महाविद्यालय भोपाल के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मूर्ति निर्माण प्रशिक्षण लिया।