सोयाबीन के दाम बढ़ाने की मध्य प्रदेश में उठी मांग

मध्य प्रदेश ने एक बार फिर सोयाबीन के उत्पादन में देश में पहला स्थान हासिल किया है. जिससे प्रदेश को एक बार फिर से सोया प्रदेश का खिताब मिला है. सोयाबीन के उत्पादन में मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र और राजस्थान को पीछे छोड़ा है. लेकिन इस बीच प्रदेश में सोयाबीन के दाम बढ़ाने की मांग भी उठने लगी है. कांग्रेस ने प्रदेस में सोयाबीन के दाम बढ़ाए जाने की मांग की है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोयाबीन के प्रति क्विंटल दाम बढ़ाने की मांग की है.
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा 'सोयाबीन उत्पादन में प्रदेश नंबर वन है, लेकिन यह उपलब्धि दिलाने वाला किसान फिर भी उपेक्षित है. वादे के बावजूद उसके लिए 6000 रुपए प्रति क्विंटल का एमएसपी नहीं है. मध्य प्रदेश में 5.47 मिलियन टन सोयाबीन उत्पादन हुआ है! ये देश की कुल सोयाबीन उत्पादन का 41.92 प्रतिशत है. जो केंद्रीय कृषि मंत्री हैं! वे किसान की परेशानी जानते हैं! बावजूद इसके भाजपा एमपी धोखाधड़ी कर रही है! किसानों की गालियों के बीच तमगे की तालियां सुनने वाली सत्ता अब तो शर्म करे, अपना वादा पूरा करे!'
बता दें कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी मध्य प्रदेस में सोयाबीन के दाम 6 हजार से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग कर चुके हैं. दिग्विजय सिंह ने भी सरकार से मांग की थी कि सोयाबीन के दाम लंबे समय से 4 हजार के आसपास ही है. जबकि किसानों की लागत बढ़ी है. ऐसे में प्रदेश में किसानों के दाम 6 हजार रुपए तक किए जाए.