मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना 2024: , आवेदन प्रक्रिया देखें,योजना का शेड्यूल जारी

मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का शेड्यूल जारी कर दिया है. प्रदेश से पहली ट्रेन 14 सितंबर को रवाना होगी. यात्रा 14 सितम्बर से 26 फरवरी 2025 तक चलेगी इस दौरान प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न शहरों में धार्मिक यात्रा कराई जाएगी. धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा तीर्थ दर्शन योजना में इस बार नागरिकों को वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसे धार्मिक स्थल निर्धारित किये गये हैं.
इस दौरान एमपी के 15 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्रा करेंगे. योजना का लाभ प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नागरिक सकेंगे जो आयकरदाता नहीं हैं और 60 साल या इससे अधिक आयु के हैं. महिला तीर्थ-यात्रियों के मामले में आयु वर्ग में 2 वर्ष की छूट दी गई है. इस संबंध मध्य प्रदेश के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी गई है.
14 को पहली ट्रेन, 20 ट्रेनों का शेड्यूल ये
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत पहली ट्रेन 14 सितम्बर को उज्जैन से वाराणसी (काशी)- अयोध्या के लिये रवाना होगी. इसमें उज्जैन जिले के 300, सीहोर के 200 और विदिशा के 279 श्रद्धालु यात्रा करेंगे. यह ट्रेन 19 सितम्बर को लौटेगी.
दूसरी ट्रेन 21 सितम्बर को रामेश्वरम के लिये रवाना होगी. इसमें इंदौर से 300, उज्जैन 200 और सीहोर से 279 तीर्थ यात्री रवाना होंगे. यह ट्रेन 26 सितम्बर को लौटेगी.
मथुरा-वृदावन तीर्थ के लिये 19 सितम्बर को मेघनगर से तीसरी ट्रेन रवाना होगी और 2 अक्टूबर को वापस लौटेगी. इसमें झाबुआ से 200, रतलाम से 279 और उज्जैन से 300 दर्शनार्थी यात्रा करेंगे.
तीर्थ दर्शन के लिये जाने वाली चौथी ट्रेन उज्जैन से 13 अक्टूबर को कामाख्या तीर्थदर्शन के लिये रवाना होगी. इसमें उज्जैन से 300, शाजापुर से 200 और सीहोर से 279 यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 18 अक्टूबर को वापस लौटेगी.
पांचवी ट्रेन इंदौर से अमृतसर के लिये 21 अक्टूबर को रवाना होगी. इसमें इंदौर से 200, धार से 100, उज्जैन से 200 और शिवपुरी से 279 यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 24 अक्टूबर को वापस लौटेगी.
वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये 5 नवम्बर को विदिशा से छंठवीं ट्रेन 300 यात्रियों के साथ रवाना होगी. इसमें सागर से 279 और दमोह से 200 यात्री शामिल होगें. यह ट्रेन 10 नवम्बर को लौटेगी.
सातवीं ट्रेन से भोपाल से 13 नवम्बर को रामेश्वरम के लिये 300 यात्री, सीहोर से 200 और नर्मदापुरम से 279 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 18 नवम्बर को वापस लौटेगी.
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 21 नवम्बर को आठवीं ट्रेन रीवा से द्वारका के लिये रवाना होगी. इसमें रीवा से 279, सतना से 300 और दमोह से 200 यात्री रवाना होगें जो 26 नवम्बर को वापस लौटेगे.
दमोह से 29 नवम्बर को नौवीं ट्रेन वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये यात्री रवाना होगी. जिसमें दमोह से 279, मैहर से 200 और सतना से 300 यात्री जायेंगे. यह ट्रेन 4 दिसम्बर को लौटेगी.
दसवीं ट्रेन कटनी से 7 दिसम्बर को द्वारका तीर्थ स्थल के लिये 200 तीर्थ यात्री के साथ रवाना होगी. इसमें दमोह से 279 और सागर से 300 यात्री शामिल रहेंगे. यह ट्रेन 12 दिसम्बर को लौटेगी.
योजना के तहत 15 दिसम्बर को सतना से ग्यारहवीं ट्रेन में रामेश्वरम तीर्थ स्थल के लिये 279 यात्री रवाना होगें. इसमें कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होगें. यह ट्रेन 30 दिसम्बर को वापस लौटेगी.
बारहवीं ट्रेन में उडीसा स्थित जगन्नाथपूरी तीर्थ स्थल की यात्रा 23 दिसम्बर को खण्डवा से रवाना होगी जो 28 दिसम्बर को लौटेगी इसमें खंडवा से 279, नरसिंहपुर से 200 और जबलपुर से 300 यात्री रवाना होगी.
तेहरवीं ट्रेन 31 दिसम्बर को बैतूल से 279 यात्री कामाख्या तीर्थ स्थल के लिये ट्रेन रवाना होगी. इसमें विदिशा से 300 और दमोह से 200 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 5 जनवरी को वापस लौटेगी.
वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये चौदवीं ट्रेन सिवनी से 8 जनवरी को रवाना होगी. जिसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300 और बैतूल से 200 यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 13 जनवरी को वापस लौटेगी.
छिंदवाड़ा से 16 जनवरी को 200 यात्री के साथ रामेश्वरम के लिये पंद्रहवीं ट्रेन रवाना होगी. जिसमें सिवनी-बैतूल से 200 और पंढुर्णा से 179 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 21 जनवरी को वापस लौटेगी.
वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये अनूपपुर से सोलहवीं ट्रेन 279 यात्रियों के साथ 24 जनवरी को रवाना होगी. जिसमें शहडोल से 300 और उमरिया से 200 यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 29 जनवरी को वापस लौटेगी.
सत्रवीं ट्रेन उमरिया से शिर्डी के लिये 279 तीर्थ यात्री को लेकर 1 फरवरी को रवाना होगी. जिसमें कटनी से 200 और जबलपुर से 300 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 4 फरवरी को वापस लौटेगी.
रामेश्वरम तीर्थ स्थल के लिये 7 फरवरी को अठ्ठारवीं ट्रेन मुरैना से रवाना होगी, जिसमें मुरैना से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 12 फरवरी को लौटेगी.
छतरपुर से द्वारका के लिये 15 फरवरी को उन्नीसवीं ट्रेन रवाना होगी. जिसमें छतरपुर से 279, टीकमगढ़ से 200 और उज्जैन से 300 तीर्थ यात्री रवाना होगें. यह ट्रेन 20 फरवरी को वापस लौटेगी.
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की 20वीं ट्रेन नागपुर के लिये भिंड से 279 तीर्थ यात्रियों के साथ 23 फरवरी को रवाना होगी. जिसमें ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 तीर्थ यात्री शामिल होगें. यह ट्रेन 26 फरवरी को लौटेगी.
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के कुछ महत्वपूर्ण दिशा निर्देश
- आवेदक द्वारा आवेदन पत्र को हिंदी में भरा जाना है।
- आवेदन पत्र में आवेदक को एक रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो लगाना है।
- आपात स्थिति के लिए किसी संबंधित व्यक्ति का मोबाइल नंबर तथा निवास का पता प्रदान करना अनिवार्य है।
- यात्रा के दौरान अच्छा आचरण रखें। यात्रा के अनुभव एवं वृत्तांतो को आपस में बांटे।
- यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ तथा मादक पदार्थ ले जाना मना है।
- यात्रा में कोई भी बहुमूल्य रतन, आभूषण आदि साथ ले जाना वर्जित है।
- यात्रा के दौरान संपर्क अधिकारी / पर्यवेक्षक/ अनुरक्षक के निर्देशो का पालन करना आवश्यक है।
- यात्रियों से यह निवेदन है कि यात्रा के दौरान कोई भी ऐसा आचरण ना करें जिससे कि प्रदेश की छवि धूमिल हो।
- यात्रियों से अपेक्षा है कि वे मौसम के अनुरूप वस्त्र, ऊनी वस्त्र, व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री यथा कंबल, चादर, तौलिया, साबुन, कंघा, दाढी बनाने का सामान, दवाईयां आदि साथ में रखें।
- यात्रियों को अपने साथ परिचय पत्र जैसे - आधार कार्ड/ वोटर कार्ड साथ में रखना अनिवार्य है।
- यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रूप से किया जावे।
- यात्रा के दौरान होने वाली किसी दुर्घटना अथवा कठिनाई के लिये राज्य शासन अथवा उसका कोई अधिकारी/ कर्मचारी उत्तरदायी नहीं होगा।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत आवेदन के लिए पात्रता
- मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना आवश्यक है।
- आयकर दाता न हो। 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर चूका हो।
- महिलाओ के मामले में 2 वर्ष की छुट अर्थात 58 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी हो।
- ऐसे दिव्यांग नागरिक जिनकी विकलांगता 60 प्रतिशत से अधिक हो, आयु का बंधन नहीं है।
- यदि पति–पत्नी साथ यात्रा करना चाहते है तो पति/पत्नी में से किसी एक को पत्रता होने पर जीवन साथी भी यात्रा पर जा सकता है, भले ही उसकी आयु 60 वर्ष से कम हो।
- तीर्थ यात्रा हेतु समूह बनाकर आवेदन किया जा सकता है, समूह का मुखिया मुख्य आवेदक होगाı किन्तु ऐसा समूह 25 व्यक्तियों से अधिक का नही होगा।
- यात्रा हेतु आवेदक शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम हो और किसी संक्रामक रोग जैसे टी.बी., कोंजेष्टिव कार्डियाक, शवास में अवरोध सम्बन्धी बीमारी, कोरोनरी अपर्याप्तता, कोरोनरी थ्रोम्बोसिस, मानसिक व्याधि, संक्रमण कुष्ठ रोग आदि से ग्रसित न हो। यात्रा करने हेतु आवेदक द्वारा शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम होने और किसी संक्रामक रोग से ग्रसित नहीं होने का चिकित्सीय प्रमाण-पत्र आवेदन में दिया जाना अनिवार्य है।
- 65 वर्ष से अधिक आयु के एकल तीर्थ यात्री एवं 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग नागरिक को सहायक (केयर टेकर) ले जाने की पात्रता है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना संबंधित आदेश/ परिपत्र वेबसाइड के आदेश और परिपत्र टैब में देखने का कष्ट करें।
https://dharmasva.mp.gov.in/uploads/files/Tirth_darshan___Form.pdf
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा से संबंधित आवेदन पत्र यहां से डाउनलोड करे
आवेदन प्रक्रिया:
- वेबसाइट नेविगेशन: धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की वेबसाइट पर जाकर “मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना” खंड में प्रवेश करें।
- फॉर्म डाउनलोड: पेज पर दिए गए “आवेदन पत्र डाउनलोड करें” विकल्प का उपयोग करके फॉर्म प्राप्त करें।
- आवेदन भरना: डाउनलोड किए गए फॉर्म को सावधानीपूर्वक भरें, सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करें।
- दस्तावेज संलग्न: फॉर्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करना न भूलें।
- जमा करना: भरा हुआ फॉर्म नजदीकी तहसील, उप तहसील कार्यालय, नगर पालिका, नगर निगम, या जनपद पंचायत कार्यालय में जमा करें।