भोपाल। भाजपा के संगठनात्मक अंदर खाने से खबर आ रही है कि प्रदेश सरकार जल्द ही एक बार फिर 15 अगस्त के बाद मंत्रीमण्डल का विस्तार करने जा रही है। सरकार में 3 नए मंत्रियों को जगह दी जा सकती है। साथ ही निगम मंडलों में भी कई विधायकों को नियुक्तियां दी जा सकती है। इससे पहले 10 अगस्त तक मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा जाएगा।

इधर विधायकों ने अपने वरिष्ठ  राजनेताओं से मेल-मिलाप शुरू कर दिया है। मप्र में कई ऐसे कदावर एवं कई बार के जीते विधायक हैं जो पावरफुल औधा चाहते हैं। सूत्रों का कहना है ​कि कैबिनेट विस्तार और निगम मंडलों में मंत्रियों को एडजस्ट करने को लेकर सीएम मोहन यादव की दिल्ली आलाकमान से  मंथन हो चुका  है। पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा से इस संबंध में बातचीत हो चुकी है। 15 अगस्त के बाद मोहन सरकार कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। 

इन्हे एजेस्ट करना होगा

दरअसल, लोकसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा के दावे के अनुसार मध्य प्रदेश में क़रीब 4 लाख नये सदस्य शामिल हुए हैं। जिनमें से सबसे ज्यादा सदस्य कांग्रेस से बीजेपी में आए है। बीजेपी ने कमलनाथ के अभेद किले को भी नहीं छोड़ा। कांग्रेस विधायक कमलेश शाह  बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे को बीजेपी में शामिल करा लिया। इतना ही नहीं प्रदेशभर के दर्जनों पूर्व विधायकए पूर्व जिलाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और पार्टी पदाधिकारी, जनपद सदस्यए जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व महापौरों भाजपा का दामन थाम चुके है।

बीजेपी लोकसभा से पहले कांग्रेसी नेताओं को पार्टी में तो ले आई है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि कांग्रेस से भाजपा में आने वाले नेताओं को बीजेपी कैसे एडजस्ट करेगी? बीजेपी के लिए भाजपा में आने वाले कांग्रेस परेशानी का सबब बन सकते है। और अगर बीजेपी इन नेताओं को सरकार और संगठन में एडजस्ट करती है तो पार्टी के पुराने नेता जो लंबे समय से पार्टी के लिए काम करते आ रहे है वो मुखर हो सकते है। 

 इन निगम मण्डल में होना है नियुक्ति

मध्यप्रदेश में कई निगम मंडल और विकास प्राधिकरणें में नियुक्ति होना है। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, जबलपुर, सिंगरौली, कटनी, अमरकंटक और रतलाम में विकास प्राधिकरण है। मोहन सरकार ने अबतक रामकृष्ण कुसमारिया को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त दिया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश में तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण, भंडार गृह निगम, जन अभियान परिषद, महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान, गौपालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड, सामान्य वर्ग कल्याण आयोग, पाठ्य पुस्तक निगम, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, ऊर्जा विकास निगम, संत रविदास हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम, पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम, बीज एवं फार्म विकास निगम, हाउसिंग बोर्ड, पर्यटन विकास निगम, इंदौर विकास प्राधिकरण, महिला एवं वित्त विकास निगम, पाठ्य पुस्तक निगम, बीज एवं फार्म विकास निगम, पर्यटन विकास निगम, खनिज विकास निगम, नागरिक आपूर्ति निगम, राज्य कर्मचारी कल्याण समिति, जन अभियान परिषद, क्रिस्प, भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण, श्रम कल्याण मंडल, माटी कला बोर्ड, वन विकास निगम, इलेक्ट्रानिक्स विकास निगम, भोपाल विकास प्राधिकरण, योग आयोग, भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल, शहरी एवं ग्रामीण असंगिठत कर्मकार मंडल, राज्य प्रवासी श्रमिक आयोग, रतलाम विकास प्राधिकरण, युवा आयोग, उज्जैन विकास प्राधिकरण, कटनी विकास प्राधिकरण, देवास विकास प्राधिकरण, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण पचमढ़ी, माध्यमिक शिक्षा मंडल है। 

 

 

न्यूज़ सोर्स : Yogendra