मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों की तरह ही अच्छी सुविधाओं के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने नींव रखी ,पूर्व सीएम एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिं ह चैहान ने इस कार्य को गंभीरता से कराने का प्रयास किया। इसी का परिणाम है कि मप्र के कई जिलों में परिवहन एवं हाईटेक भवनों का निर्माण की व्यवस्था हो रही है। इसी क्रम में   बुधनी विधानसभा के रेहटी के सीएम राइज स्कूल में आज से बच्चों के लिए निशुल्क बस सेवा शुरू की गई। जिसमें नगर परिषद अध्यक्ष मीनाराजेंद्र पटेल, सभी पार्षदों, प्रिंसपल चांदपाल चौहान और शिक्षक शिक्षिकाओं की मौजूदगी में बस की पूजा की गई। साथ ही बच्चों को तिलक लगाया गया। वहीं बस को फूल माला से सजाया भी गया और हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना किया गया। निशुल्क बस सेवा शुरू होने से अब बच्चों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।

दो साल पहले ही शुरू होना थी मुफ्त बस सेवा

जी हां 2022 में जब मध्यप्रदेश में सीएम राइज स्कूल खोले गए उस दौरान स्कूल के आसपास के क्षेत्र के बच्चों को विद्यालय आने जाने में असुविधा न हो और ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल पहुंच सके इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सीएम राइज स्कूल में परिवहन सेवा के तौर पर बस संचालक को हरी झंडी दी थी. लेकिन 2 साल बीतने के बाद भी यह प्रक्रिया टेंडर तक समेट कर रह गई. जिसके पीछे अलग-अलग कारण बताए जाते हैं. लेकिन अब सारी परेशानियां दूर हो चुकी हैं और जल्द ही सीएम राइज स्कूल के छात्रों के लिए मुफ्त बस सेवा भी शुरू होने जा रही है. जिसके चलते स्कूल के छात्रों को बस द्वारा उनके घर से लाया जाएगा और स्कूल खत्म होने के बाद उन्हें वापस घर छोड़ा जाएगा.

सरकार ने बढ़ाई कांट्रैक्ट राशि

भिंड जिले में संचालित हो रहे सीएम राइस स्कूलों में ट्रांसपोर्टेशन सर्विस में हो रही परेशानी को लेकर भिंड जिला शिक्षा अधिकारी आर डी मित्तल कहते हैं कि ''शुरुआती सत्र में जब बच्चों के लिए बस की व्यवस्था की जानी थी तो उस दौरान शासन ने उनके लिए टेंडर बुलाए थे लेकिन प्रति बच्चे साल के ₹1000 निर्धारित करने की वजह से बस ऑपरेटरों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई और नतीजा यह हुआ की 2 सत्र गुजरने के बाद भी ग्वालियर चंबल अंचल में अब तक बसों का कहीं संचालन पूरी तरह नहीं दिखाई दिया."' भिंड जिला शिक्षा अधिकारी आरडी मित्तल का कहना है कि ''अब नए शिक्षण सत्र में यह सुविधा एक बार फिर शुरू हो सकती है क्योंकि शासन ने अब पहले से निर्धारित ₹1000 को बढ़ाकर ₹2000 प्रति छात्र कर दिया है. जिसके बाद बस ऑपरेटर भी इसके लिए राजी हो गए हैं ऐसे में सीएम राइज स्कूलों के परिवहन के लिए बस ऑपरेटर से टेंडर भी बुलाए गए हैं.''

रेगुलर स्कूल आने वाले छात्रों की बढ़ेगी संख्या

जिस तरह सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूलों से टक्कर ले रहे हैं और बस की सुविधा अपने छात्रों को देने जा रहे हैं, यह अपने आप में बड़ी बात है. ग्वालियर में स्थित सीएम राइज शासकीय पटेल उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल जितेंद्र सिंह भदोरिया का कहना है कि ''सभी सीएम राइज स्कूल बच्चों और शिक्षा दोनों को ही बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.'' ग्वालियर चंबल अंचल में शिक्षा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर के कार्यालय में इस पर कार्रवाई चल रही है. उनका कहना है कि जब बच्चों के लिए परिवहन उपलब्ध हो जाएगा तो इसका असर सीधे तौर पर छात्रों पर पड़ेगा और वह समय से स्कूल आ पाएंगे, क्योंकि देखा जाए तो आज कई ऐसे बच्चे हैं जो दूर से आते हैं. वह किसी न किसी वजह से या तो समय पर नहीं आते या स्कूल ही नहीं आ पाते हैं या रेगुलर नहीं आते हैं. इससे उन छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है. जैसे ही परिवहन सेवा शुरू होगी तो छात्रों के लिए और अच्छी व्यवस्थाएं दिखाई देंगी.''

न्यूज़ सोर्स : ipm