डिजिटल माध्यम का सही उपयोग कर गांव में भी बनाया जा सकता है बेहतर कल

जिंदगी में सबसे इंपोर्टेंट चीज़ है कुछ बनना, यदि आप कुछ नहीं बनोगे तो फिर आप इस जिंदगी में कुछ भी नहीं हो, इसलिए आपने देखा होगा कि आपके घर में अपने मम्मी-पापा से पूछे वह अपनी कहानी सुनाएंगे वे कहेंगे कि हमारे समय में हमें यह सब करने नहीं मिला है लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कल बड़े होने के बाद आप भी ऐसा ही कहें इसलिए ईश्वर ने आपको मौका दिया है, अच्छा स्कूल दिया है, पढ़ने का अच्छा वातावरण दिया है। मेरा सभी से आग्रह यही है अपनी जिंदगी का कोई लक्ष्य निर्धारित जरूर करें और कुछ बन कर दिखायें। इस आशय के विचार आज जिले के ग्राम खमरिया बिजौरा के शासकीय एकीकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित "भविष्य से भेंट" कार्यक्रम में विद्यार्थियों के बीच व्यक्त किये। इस मौके पर विद्यार्थियों से शैक्षणिक प्रश्न किये और विद्यार्थियों ने जबाव भी दिये। विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का पूर्ण समाधान किया।
विद्यार्थियों से कहा हम लोग वर्तमान हैं, आप भविष्य हैं इसीलिए सरकार ने यह कहा था वर्तमान जो है, वह भविष्य से मिलने जाएगा। यानी "भविष्य से भेंट" मतलब हम आपसे मिलने के लिए आएंगे, इसलिए पूरे जिले में, प्रदेश में, हर स्कूल में कई अलग-अलग तरीके से लोग स्कूलों में विद्यार्थियों से मिलने के लिए जा रहे हैं, जो विद्यार्थियों को अलग-अलग टिप्स और मोटिवेट कर रहे हैं, स्कूलों में पढ़ा रहे है, इसका उद्देश्य एक ही था की हर स्कूल के विद्यार्थी सपने देखना सीखें।
विद्यार्थियों से कहा उनको अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना है, वे कहां रहते हैं, किस परिस्थिति में रहते हैं, किस परिवार के हैं, उनकी आर्थिक स्थिति कैसी है, उनकी सामाजिक स्थिति कैसी है यह सभी कुछ भी मायने नहीं रखता है, मायने रखता है सपना की मैंने क्या सपना देखा। केवल सपने देखने से काम नहीं होता है क्योंकि यदि ऐसा होता तो हर आदमी का कोई भी सपना पूरा हो जाता, लेकिन इतनी आसानी से सपने पूरे नहीं होते है। सपना पूरा करने के लिए सपना यदि आप आसमान का देखते हो तो आपके पैर जमीन पर रहना जरूरी है, आप सपना देख रहे हो उसको पाने के लिए आपको बहुत तैयारियां करनी पड़ती है।
हमने जो सपना देखा है अपनी जिंदगी के लिए, क्या वह सपना पूरा करने की ताकत हमारे अंदर है भी या नहीं, ऐसा तो नहीं कि हम बनना चाहते थे डॉक्टर लेकिन हमने इंजीनियरिंग का सपना देख लिया, तो सपना इस चीज का देखिए जो हम कर सकते हैं जिस पर हमारी रुचि है, जो हमारी समझ के अंदर हैं, जो हम करने के लिए सक्षम है और दूसरी चीज उस सपने को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगाना पड़ेगी, तब जाकर यह सपना पूरा हो सकता है।
विद्यार्थियों से कहा आप गांव में रहते हैं, कोई दिक्कत नहीं है, आप हिंदी बोलते हैं, सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, गांव में रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं, तो भी कोई दिक्कत नहीं है आजकल ऑनलाइन सब कुछ मिलने लगा है, आप छोटी जगह पर रहते हुये भी ऑनलाईन सीख कर अपना सपना पूरा कर सकते है। यदि आप साधारण घर के हो, गरीब परिवार के हो, आपके परिवार में पैसा नहीं है, आप गांव के रहने वाले हैं, आपको अंग्रेजी नहीं आती है तो कोई समस्या नहीं है, यह सब चींजे बिल्कुल भी बाधा नहीं बनती हैं, जो अच्छा पढ़ने वाले बच्चे हैं या जिन्हें अपना लक्ष्य क्लियर है, वह सफलता प्राप्त करते हैं।
बहुत अच्छा लगता है कि हम आई.ए.एस. की पढ़ाई कर ले, लेकिन जब पढ़ाई शुरू होती है तब समझ में आता है कि कितना बड़ा सिलेबस है। धरती से लेकर आसमान तक कोई भी चीज ऐसी नहीं है जो इसकी परीक्षा के सिलेबस में नहीं है, तो जब आप पढ़ना शुरू करते हैं तब आपको समझ में आता है कि कितना बड़ा सिलेबस है। फिर हम आधे रास्ते जाकर के वापस आ जाते हैं कि हमसे नहीं हो पा रहा है, तो यह नहीं होना चाहिए इसलिए मैं कह रहा हूं कि अभी देखें जो भी करना है, उस परीक्षा का सिलेबस, उसके अनसोल्वड पेपर यदि आप देखेंगें तो एक मिनट में समझ में आ जाएगा कि आपसे होगा या नहीं होगा।
एक छात्रा के प्रश्न पर कहा तुम्हें यहां देखना पड़ेगा की डांस तुम्हारे लिए हॉबी है या करियर है। एक्टिंग तुम्हारे लिए हॉबी है या करियर है। कोई चीज हॉबी कब होती है जब उसे हम दिन में एक घंटा कर सकते है, लेकिन कोई चीज हमारा कैरियर कब होती है जब हम दिन भर वही करते हैं, 8 घंटा या 10 घंटा तो पहले यह सोचना पड़ेगा की क्या तुम डांस को इतना ज्यादा पसंद करती हो कि रोज 8 से 10 घंटे भी करना पड़े तो तुम्हें थकान महसूस नहीं हो, तुम्हे अच्छा लगे तो 8 से 10 घंटा रोज और अगले 40 साल तक क्योंकि केरियर लगभग 40 साल चलता है।
जो एक्टिंग स्कूल है वह बिल्कुल अलग होते हैं। श्री अनुपम खेर एक बहुत बड़े एक्टर है उनका अपना एक एक्टिंग स्कूल चलता है, अनुपम खेर अकैडमी, ऐसे बहुत सारे एक्टर है जो अपनी एकेडमी चलते हैं । एक स्कूल दिल्ली में है एन.एस.डी. नेशनल स्कूल आफ ड्रामा, यह इंडिया की सबसे अच्छी संस्था है यह विश्व की भी सबसे अच्छी संस्थानों में से भी एक है एक्टिंग सीखने के लिए।
विद्यार्थियों को नये शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ की शुभकामनायें दी और आगे आने वाले भविष्य को उज्जवल करने के लिये आशान्वित हुये।