नीति आयोग की सहायता से मप्र की सीएम राइज स्कूल में नवाचार और रचना कौशल सीखेंगे बच्चे
आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रदेश के पहले सीएम राइज स्कूल का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है, इसलिये पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 23 साल पहले स्कूल चलें हम अभियान की शुरूआत की थी, तब से यह अभियान निरंतर जारी है.
दरअसल, सीएम शिवराज ने आज शाजापुर के गुलाना में स्कूल चलें हम अभियान 2023 के शुभारंभ पर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे. इसके पूर्व उन्होंने प्रदेश में पहले सीएम राइज स्कूल के नवनिर्मित भवन का गुलाना में लोकार्पण कर भवन का अवलोकन किया. मुख्यमंत्री चौहान ने घंटी बजाकर शाला प्रारंभ होने की घोषणा की.
मध्य प्रदेश के पहले सीएम राइज स्कूल का लोकार्पण करने के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षा के दरवाजे से दुनिया के सारे राज खुलते हैं हम पढ़ें, आगे बढ़ें और सूरज सा चमकें. एकाग्रचित होकर पढ़ोगे तो सफलता अवश्य मिलेगी. अर्जुन श्रेष्ठ विद्यार्थी था, उसे हमेशा चिड़िया की आंख दिखाई देती थी. आप भी अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित्त हों.
'दी जाएगी क्वालिटी एजुकेशन'
उन्होंने आगे कहा, "प्रदेश में हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है. प्रदेश में 9 हजार सर्व-सुविधायुक्त सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, जिनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी. स्मार्ट क्लास में दिल्ली और मुंबई के शिक्षक भी बच्चों को पढ़ा सकेंगे. 'अटल टिंकरिंग लेब' बच्चों में नवाचार और रचना कौशल बढ़ाएगी."
'बच्चों के विकास पर दिया जा रहा जोर'
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जिसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जा रहा है. सीएम राइज स्कूल इसी उद्देश्य के साथ खोले गये हैं. सीएम राइज स्कूल, स्मार्ट क्लास, आधुनिक लैब, लाइब्रेरी, खेल-मैदान और अन्य सुविधाओं से युक्त होंगे. उन्होंने आदर्श सीएम राइज स्कूल बनाये जाने के लिए शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और स्कूल शिक्षा विभाग की सराहना की.