एक कहानी ऐसी भी - जन अभियान परिषद ने मुझे सरकार का अंग बना दिया
प्रस्तुति-सुनैना लोवंशी, परामर्शदाता-गौहरगंज सेक्टर
प्रदेश सरकार द्वारा नागरिकों के सुखद भविष्य को लेकर अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं बनाकर उन्हें जमीनी स्तर पर संचालित किया जा रहा है। इस कार्य को जमीन तक मप्र जन अभियान परिषद योजना सांख्यिकी विभाग बेहतर तरीके से पहुंचा रहा है। विकासखण्ड औबेदुल्लागंज में ब्लाक समन्वयक निशा पटेल की सूझ-बूझ से उन नागरिकों के लिए भी संघर्ष किया जा रहा है जों अंतिम पायदान पर अपनी तरक्की की राह देख रहे हैं। परिषद इस पहल को आगे बढ़ाते हुए उन युवाओं को नेतृत्व कौशल को लेकर हमेंशा प्रेरणा प्रदान करता आ रहा है जिससे की आम नागरिक भी अपनी अलग पहचान बनाकर मप्र को आत्मनिर्भर बनाने में अपना सहयोग दे सके।
ऐसी ही एक कहानी है गौहरगंज की मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास पाठयक्रम में एमएसडब्ल्यू की पढाई कर रही करिश्मा वर्मा की। करिश्मा कहती हैं- मैं जन अभियान परिषद से लगभग छह वर्ष से अधिक से जुड़ी हूॅ। शासन की विभिन्न योजनाओं को हर नागरिक तक सुलभ तरीके से पहुंचाने का जन अभियान परिषद का तरीका मुझे पसंद आया। परिषद ने ग्रामीण अंचल के समाजसेवियों को एक मंच दिया एवं जन अभियान परिषद की ब्लाक समन्वय निशा मैडम ने वह मौका दिया जिससे सरकार के साथ आज मैं कार्य करने में अपने आप को गौरवशाली महसूस कर रही हूॅ।
जन अभियान के प्रकृति के संरक्षण के प्रयास हों या फिर राष्ट्र प्रेम के प्रति समुदाय को सजग करने का प्रयास या फिर सरकार की योजनाओं को सामुदायिक मुहिम से जन-जन तक पहुंचाने का कार्य हर कार्य में मेरी कोशिश रही और मैंने सहयोग किया। ब्लाक समन्वयक मेम ने भी मुझे कई प्रशासनिक बैठकों में जाने का मौका प्रदान किया।हम यह सोच भी नहीं सकते थे कि बड़े-बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक मंच पर उपस्थित हो सके वह मौका मुझे परिषद में मिला। इसी का परिणाम है कि अब मैं सरकार के साथ "मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र" बनकर प्रशासन को सहयोग कर रही हूं। वर्तमान में हमं गांव-गांव जाकर समुदाय को सरकार की योजना के बारे में बताकर जन अभियान परिषद के उद्देश्यों को साकार कर रहे हैं।
जन अभियान परिषद द्वारा चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास पाठयक्रम में परामर्शदाता सुनैनी लोवंशी मेम का पूरा सहयोग रहता है, परामर्शदाता के माध्यम से हमें ग्राम में फील्डवर्क एवं समाज में बदलाव को लेकर उनसे पूरी प्रेरणा मिलती है।
सरकार का सीएमसीएलडीपी पाठयक्रम सही अर्थों में आत्मनिर्भर मप्र की दिशा में कार्य कर रहा है, मेरी उम्मीद है परिषद के समन्वय से क्षेत्र में कई युवा लीडर तैयार होंगे एवं समाज के विकास को लेकर एक नया वातावरण नीर्मित करेंगे।