ताश के पत्ते पर औबेदुल्लागंज , जुआ-सट्टे के आगोश में युवा

ऋषभ यादव
मुफ्त के इंटरनेट डेटा से बिगड़ी आदतें,आज युवाओं को गलत रास्ते पर ले जा रहा है।मोबाइल से बिगड़ी आदतों ने युवाओं को भटका दिया है।वह यूट्यूब देखते देखते और सत्ताधीशों के चंगुल में आ गया।युवा,सरकार,शासन-प्रशासन की भक्ति, गुलामी करते करते युवा अब इस मुकाम पर आ गया है कि उसे अपना भविष्य अंधकार में दिख रहा है। वे जीवन में अब खाने कमाने मेहनत करने के लिए सही रास्तों का इस्तेमाल नहीं कर रहा इस कारण यह दृष्टिगत होता है कि अब यह रास्ते ही बहुत मुश्किल भरे हो गए हैं।रोजगार ठप,व्यवसाय करने में आने वाली चुनोतियाँ,बढ़ी महंगाई,कोरोना,आदि अनेक कारण।
युवा आज गलत कार्यों में लिप्त होकर पैसा कमा रहे,कुछ शौक से और कुछ मजबूरियों से भी इन मार्गों का इस्तेमाल कर अपनी जेबे भर रहे कुछ जेबें खाली कर रहे है।
हम कह सकते हैं कि, इसमें शासन प्रशासन दोनों हित की ही नीतियां फेल होने के कारण यह स्तिथि बनी वह इस ओर आगे बढ़ गए।देखने में आता है कि अब युवा, जुआ-सट्टा,आईपीएल, क्रिकेट, गांजा-चरस और अन्य मादक पदार्थ अवैध शराब आदि की स्मगलिंग करके व खेलते हुए पैसा कमा रहे हैं।
यह बात इसलिए लिख रहा हूं कि, कल औबेदुल्लागंज पुलिस द्वारा दो बार मुखबिर सूचना मिलने पर जुआ खेलते हुए जुआरियों को पकड़ा,सुबह के वक्त गल्ला मंडी और देर शाम टेलीफोन एक्सचेंज के पास निर्मित गौशाला के आसपास झाड़ियों के बीच नाले के करीब जुआ खेल रहे लोगों पर दबिश दी।
आपको बताऊं उक्त जुआ खेलने वालों में नगर परिषद क्षेत्र के युवा बड़ी संख्या में शामिल रहे। युवा ताश के पत्तों पर दांव लगाकर अपना भविष्य संवार रहे है कुछ बिगाड़ रहे है।पुलिस की आहट के बीच कई तो वहां से भागने में सफल रहे कुछ दबोच लिए गए, इनमें नगर परिषद के सभी वार्ड महावीर कॉलोनी,अर्जुन नगर,हिरानिया, विशनखेड़ा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के युवा भी शामिल रहे।आप अंदाजा लगा सकते है कि,युवा क्या कर रहा है।
सरकार से निवेदन है की जुए को वैधानिक कर कर दे,नोजवान और पुलिस दोनों परेशान नही होगी।कही ऐसा न हो कि,जुआरी भागते-भागते कहींअपने हाथ पैर तुड़वा ले,जुआरी भाइयों, न्यायालय से तो तुम सस्ते में बाहर आ जाओगे कही भागने के चक्कर मे हाथ पैर टूट गए तो अलग मुसीबत,घर वालो को क्या कहोगे।अब तो नगर के आसपास ही जुआ सक्रिय हो गया।