इंदौर में महिला ने तीन माह पहले दिया एक साथ तीन बच्चों को जन्म, सभी स्वस्थ

शहर के एक निजी अस्पताल में 30 वर्षीय महिला ने हाल में एक साथ तीन बच्चों का जन्म दिया। उसकी गर्भावस्था काफी जोखिम भरी थी, लेकिन अब बच्चे और मां स्वस्थ हैं।अस्पताल की वरिष्ठ परामर्शदाता प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आशा बक्षी ने बताया कि मां को पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिड्रोम (पीसीओएस) का पता चला था। गर्भधारण में समस्याओं के कारण उसने उपचार के लिए अस्पताल से संपर्क किया था। तब लॉकडाउन था। जब लॉकडाउन हटा तो वह एक प्रसवपूर्व जांच के लिए आई। परीक्षणों से पता चला कि उसके गर्भ में तीन बच्चे हैं। हमने भ्रूण की संख्या को कम करने का सुझाव दिया लेकिन वह सभी तीन शिशुओं को जन्म देने के लिए दृढ़ थी।
तीन बच्चों का जन्म के बाद वजन कम होता है और उनके अंगों का पूर्ण विकास कम होता है। ऐसे बच्चों में मस्तिष्क और हृदय की समस्याओं, आखों की रोशनी और श्रवण संबंधी समस्याओं का जोखिम बन जाता है और उन्हें श्वासन संकट सिंड्रोम होने की संभावना भी रहती है, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि लगभग 33 सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान सिजेरियन के माध्यम से तीनों को प्रसव कराया जाए। आपरेशन के बाद दो लड़के और एक लड़की का जन्म हुआ, जिनका वजन डेढ़-डेढ़ किलोग्राम था।