नई दिल्ली। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भले ही मिलकर चुनाव लड़ रहे हो, लेकिन यहां चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल एक मंच पर नजर नहीं आएंगे। वहीं प्रियंका वाड्रा ने भी दिल्ली में चुनाव प्रचार से इनकार कर दिया है।

इस तरह, दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव प्रचार करेंगे। मतलब इंडी गठबंधन की कोई साझा रैली या सभा नहीं होगी। बता दें, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। यहां 25 मई को मतदान होगा। गठबंधन की तहत यहां आम आदमी पार्टी 4, तो कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जिस नई दिल्ली सीट पर गांधी परिवार मतदाता है, वहां आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में है। मतलब, इस बार गांधी परिवार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट नहीं देगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ऐसी किसी भी जनसभा या रैली का प्लान नहीं बन सका है, जिसमें राहुल और केजरीवाल मंच साझा कर सकें। इसकी वजह दोनों की समयसारणी का मेल नहीं हो पाना बताया जा रहा है। केजरीवाल और राहुल को अन्य राज्यों में प्रचार करने जाना है। व्यस्तता के कारण ही ऐन मौके पर प्रियंका वाड्रा ने भी राजधानी में चुनाव प्रचार के लिए समय देने से इन्कार कर दिया है। दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटों के लिए कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन भले कर रखा है, लेकिन भविष्य में यह उसके लिए फायदे का कम और घाटे का सौदा ही ज्यादा होने वाला है। इस कारण ये है कि अभी कांग्रेस जिन चार लोकसभा क्षेत्रों के 40 विधानसभा क्षेत्रों में आप उम्मीदवार के लिए वोट मांग रही है, महज छह सात माह बाद उसी के खिलाफ और अपने लिए वोट मांगने होंगे। जो आसान नहीं होने वाला है। ऐसे में, इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर अभी भी असंतोष और आशंकाओं का माहौल बना हुआ है।