आगरा। गैंगरेप करने वाले तीसरे आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है। इन आरोपियों ने इस किशोरी की एक रात में तीन बार बोली लगाई थी। फरार आरोपी कबाड़ कारोबारी है। ताजगंज क्षेत्र की रहने वाली इस  किशोरी को उसके दोस्त मोहम्मद समीर ने धोखा दे दिया था। वह घर से उसके पास आई थी। समीर ने उसे फरजाना व आसमा नाम की महिलाओं को सौंप दिया था। इन दोनों ने उसे देह व्यापार रैकेट चलाने वाली मीना को सौंप दिया था। इसके बाद मीना उससे देह व्यापार कराने लगी थी। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद किशोरी से उनकी शिनाख्त कराई थी।
 इस मामले में एक आरोपी संजीव मित्तल खुद को निर्दोष बता रहा था। पीड़िता ने उसकी बोलती बंद कर दी। किशोरी ने कहा कि झूठ मत बोलो। वह उसे टिप देकर गए थे। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि संजीव ने 2 हजार और योगेश दीक्षित ने डेढ़ हजार रुपये मीना को दिए थे। योगेश और संजीव दोनों व्यापारी हैं। पुलिस उपायुक्त नगर जोन विकास कुमार ने बताया कि तीसरे आरोपी की पहचान हो गई है। वह यमुना पार का रहने वाला है। कबाड़ कारोबारी है। उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
  दोस्ती के नाम पर धोखे की शिकार हुई किशोरी अपने साथ हुई घटना से गहरे सदमे में है। पुलिस द्वारा उसकी काउंसलिंग कराई जा रही है। जिससे वह इससे उबरकर नए सिरे से जीवन शुरु कर सके। साइबर अपराध और गैंगरेप के आरोप में जेल गए हेलो गैंग के सदस्य दिग्विजय परिहार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उसने डेटिंग एप पर नौकरी के लिए युवती को रखा था। वह उसे होटल में लेकर गया। नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। युवती से दुष्कर्म किया। जिसकी वीडियो बना ली। वह एक वर्ष से ब्लैकमेल करके किशोरी का शारीरिक शोषण कर रहा था।
  पुलिस ने हेलो गैंग के सदस्य दिग्विजय परिहार को 2 दिन पहले धोखाधड़ी व दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा था। पीड़िता ने पुलिस को हेलो गैंग के बारे में कई अहम जानकारी दी हैं। बताया कि आरोपी ने कई युवतियों को जाल में फंसा रखा है। डेटिंग एप पर उन्हें छह से सात हजार रुपये महीने नौकरी पर रखा जाता है। एप पर सुंदर युवतियों का फर्जी प्रोफाइल के साथ फोटो डालते हैं। युवतियों की मदद से लोगों को जाल में फंसाते हैं।