मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप संतों के मार्गदर्शन में समरसता का संदेश लेकर जबलपुर में 16 अगस्त से संचालित स्नेह यात्रा का जिला स्तरीय पूर्णता कार्यक्रम आज शहपुरा विकासखंड के ग्राम गड़र पिपरिया में संपन्न हुआ। स्‍नेह यात्रा का समापन वृहद और भव्‍य कार्यक्रम आयोजित कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रारंभ से स्नेह यात्रा का नेतृत्व कर रहे महामंडलेश्वरनंद स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी गिरी एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जितेन्द्र जामदार रहे ।

इसके पहले ग्यारहवें और समापन दिवस पर स्नेह यात्रा आज सहजपुर से प्रारंभ होकर ग्राम बड़खेरा और केथरा होते हुये दोपहर ग्राम पंचायत गड़र पिपरिया पहुँची, जहाँ महिलाओं एवं बच्चियों द्वारा कलश सजाकर इसका भव्य स्वागत किया गया। यात्रा में चल रहे संतों ने स्थानीय जनसमुदाय के साथ बस्ती भ्रमण किया। इस दौरान प्राचीन देवी मंदिर तथा शंकर जी के मंदिर में पूजा-अर्चना की गई । कन्याओं का पूजन भी इस अवसर पर किया गया ।

गड़र पिपरिया में आयोजित स्नेह यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये स्वामी अखिलेश्वरानन्द नंद जी ने कहा कि "स्नेह यात्रा" दो शब्दों स्नेह और यात्रा के मेल से बना है । ये दोनों शब्द बहुत छोटे हैं परंतु इन दोनों शब्दों की व्याप्ति बहुत बड़ी है । "स्नेह" की सुरभि उसकी मिठास का अनुभव चींटी से लेकर हाथी पर्यंत सभी देहधारी कर सकते हैं । इसी प्रकार "यात्रा" शब्द भी देखने और लिखने में बहुत छोटा है किंतु इस शब्द की भी व्याप्ति बहुत बड़ी है। सभी देहधारी निरंतर गतिशील हैं और किसी का भी जीवन रुकता नहीं है।

स्वामी जी ने कहा कि मानव में आत्मीयता के भाव का प्रवाह, परस्पर सौहार्द, समभाव और समरसता का निर्माण करना तथा नूतन समाज की संरचना की दिशा में अग्रसर होकर देश में एकात्मता, अखंडता और सामाजिक समरसता को कायम रखना ही स्‍नेह यात्रा का मुख्‍य उद्देश्‍य रहा है। स्नेह यात्रा अपने इस उद्देश्य को पाने में सफल भी रही है ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जितेन्द्र जामदार ने कहा कि हम स्नेह यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री जी के समरसता एवं सद्भावना के संदेश को पूज्य संतों के मार्गदर्शन में जन-जन तक पहुंचाने आये हैं। जब मुख्यमंत्री लाडली बहनों को योजना से जोड़ने में कोई भेदभाव नहीं करते हैं तो फिर समाज किस आधार पर सामाजिक भेद भाव करता है। उन्‍होनें कहा कि सभी को मिल कर मुख्यमंत्री श्री चौहान के समाज को एक सूत्र में पिरोने के संकल्‍प को पूरा करना होगा तथा प्रदेश के विकास के लिए और उन्‍हें अधिक ताकत प्रदान करना होगी। डॉ. जामदार ने कहा कि जब भगवान ने सभी के खून का एक ही रंग बनाया और नर्मदा जी अपना पवित्र जल बांटने में भेद नहीं करती, जाति और वर्ग नहीं पूछती। तब समाज भी एकाकी भाव से देश की तरक्की में सहभागिता करें यही इस यात्रा का आव्हान है ।

कार्यक्रम में गायत्री परिवार, पतंजलि, श्री रामचंद्र मिशन एवं अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संत प्रकाश आनंद जी, जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक रवि बर्मन, जिला समन्‍वयक प्रदीप तिवारी, नरेश तिवारी, बी.बी. शर्मा, संजीव ताम्रकार, डॉ गोपाल पटेल, कृष्ण कुमार साहू, सोनिया सिंह,विनायक राव, विवेक मिश्र, आशीष जैन, भारत महरोलिया, तृप्ति मिश्रा, नूपुर खरे, अनिमेश अटल, हेमचंद्र, मनीष पालीवाल, आशीष व्यास, रवि पटेल, सामजिक कार्यकर्ता प्रभेन्द्र पटेल एवं बड़ी संख्या में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा जन समुदाय उपस्थित रहा । 

न्यूज़ सोर्स : ipm