भोपाल । त्यौहारों के मौसम में शहर में मिलावटखोरी रोकने खाद्य सुरक्षा प्रशासन मुखबिरों की मदद लेगा। विभाग इस कार्य के लिए मुखबिर तंत्र विकसित किया गया है, जो मिलावट करने वालों की सूचना देंगे। मुखबिरों से प्राप्त सूचना के  आधार पर खाद्य निरीक्षक संबंधितों के खिलाफ छापामार कार्रवाई करेंगे। अधिकारियों का मानना है कि मुखबिर तंत्र की सहायता से उन मिलावटखोरों तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिनकी सूचना देरी से मिलने के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जिन लोगों को मुखबिर बनाया है, वे सभी शहर के अलग-अलग स्थानों में सामाजिक दायित्व के तहत विभाग को मदद करेंगे। अधिकारियों का मानना है कि इनके सक्रिय होने से कार्रवाई की संख्या बढ़ सकेगी। वहीं बाहर से आने वाले दूध-मावा और उनसे बनी सामग्री पर भी विशेष नजर रखी जा सकेगी। बता दें कि राजधानी में खुले और पैकेट वाले दूध की प्रतिदिन करीब 10 लाख लीटर खपत होती है। यही खपत त्योहारी सीजन में बढ़कर 11 लाख लीटर तक पहुंच जाती है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने बीते 10 दिन में 62 खाद्य सामग्री के सैंपल लिए हैं। इसमें से दूध के 10 और दूध से बनी सामग्री के 14 शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सभी सैंपल किराना व नमकीन के हैं। अभी खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिर्फ त्योहारी सीजन में मिठाई और दूध के सैंपल लेने की कार्रवाई कर रहा है। इस बारे में जिला खाद्य निरीक्षक, भोपाल देवेंद्र दुबे का कहना है कि त्योहार को देखते हुए दूध की खपत अचानक बढ़ गई है। ऐसे में मिलावटी दूध के बाजार में बिकने की आशंका बढ़ जाती है इसलिए जांच जरूरी है। हमने मुखबिर भी तैयार किए हैं, जो नकली दूध-मावा और मिलावट करने वालों की सूचना विभाग को देंगे।