पर्यटकों को लुभाने रातापानी अभ्ययरण में ग्रामीण शिल्पकला को प्रदर्शित करने का मौका मिला है। क्षेत्र के साहिल भदौरिया अंकुर , रवि नंदवंशी, सिद्वार्थ सिह, दिव्यांश बामणिया, सानिया मंसूरी, जया यादव ,मनु साहू ,की पेंटिग पर्यटकों का मन मोह रही है। 

ज्ञात हो कि   वन मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह तथा भोजपुर विधायक सुरेन्द्र पटवा द्वारा मंगलवार को रायसेन जिले में रातापानी अभ्यारण में जंगल सफारी का शुभारंभ किया गया। उन्होंने रातापानी अभ्यारण के झिरी गेट पर अनुभूति कार्यक्रम के तहत हरी झण्डी दिखाकर स्कूली बच्चों को सफारी वाहन से जंगल सफारी पर रवाना किया गया। वन मंत्री डॉ शाह तथा विधायक पटवा द्वारा भी जंगल सफारी की गई। इसके अतिरिक्त वन मंत्री एवं विधायक पटवा द्वारा मलखार गांव में नवनिर्मित ग्रामीण शिल्प कला केंद्र का उद्घाटन भी किया गया एवं उपस्थित ग्रामीणों से चर्चा की गई।

झिरी गेट की सफारी 40 किमी की है जिसमें जंगल एवं वन्यप्राणियों के अलावा केरी महादेव, रणभैंसा, मलखार विलेज क्राफ्ट सेंटर आकर्षण के मुख्य केंद्र है। इस गेट पर 6 सफारी वाहन अनुबंधित किए गए है। पर्यटक 3000 रुपये सफारी शुल्क, 480 रुपये गाइड शुल्क एवं 750 रुपये प्रवेश शुल्क दे कर इस सफारी का लुफ्त उठा सकते हैं। देलवाड़ी गेट की सफ़ारी 20 किमी की है। इस मार्ग पर पर्यटक प्रकृति के अनुपम छटा से भरी घाटियों, युद्धबंदी शिविर, सनसेट पॉइंट एवं गिन्नौरगढ़ किले के पैदल भ्रमण का लुफ्त उठा सकते है। इस गेट पर 3 सफारी वाहन अनुबंधित किये गए है। पर्यटक 2600 रुपए सफारी शुल्क, 480 रुपए गाइड शुल्क एवं 750 रुपए प्रवेश शुल्क दे कर इस सफारी का लुफ्त उठा सकते है।

रातापानी अभ्यारण्य इस प्रकार की जंगल सफारी प्रारंभ करने वाला पहला वन्यप्राणी अभ्यारण्य है। इस प्रयास से स्थानीय लोगों को गाइड, फूड स्टॉल, सफारी वाहन इत्यादि में रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे एवं लोगों में वन और वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता भी विकसित होगी।

न्यूज़ सोर्स : ipm