यह कहानी है रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज वन ग्राम पांजीर की जो की अभी भी मुख्य धारा से कटा हुआ है, साथ ही तकनिकी माध्यमों का आभाव है, ऐसे में जन अभियान परिषद के सहयोग में अब यहाँ रहने वाली राधा के मन में आत्मविश्वास जागा है, राधा कहती है जन अभियान परिषद (योजना सांख्यिकी विभाग मध्यप्रदेश शासन )का मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व विकास पाठ्यक्रम से जुड़कर अपने ग्राम की गाथा स्मार्टफोन से लिखने मुझे बड़ी प्रेरणा मिली है,, राधा की अभी 4 माह का बेबी है, ग्राम में सडक नहीं है, सुदूर ग्राम होने से उसे क्लास आने में परेशानी भी होती है, लेकिन जन अभियान परिषद के लर्निंग एप से वह अब ग्राम में रहकर भी समाज सेवा की पढ़ाई कर सकती है एवं अपने प्रायोगिक कार्य को दुनिया को दिखा सकती है, परिषद के सहयोगात्मक भाव से राधा जैसी कई और महिलाओ के जीवन में बदलाव परिषद के उच्च वरिष्ठ सहयोग से मिल रहा है,इस पहल से उम्मीद की जा सकती है की जब सुदूर ग्राम की राधा देश और समाज के लिए कुछ करना चाह सकती है तो फिर हम क्यों नहीं?

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