न्युयार्क/तेलअवीव।  मिडिल ईस्ट के देशों में जिस तरह का तनाव बढ़ रहा है उससे तीसरे विश्वयुद्ध के हालात बनते दिख रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी इंटेलिजेंस ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि ईरान जल्द ही इजराइल पर हमला कर सकता है। अमेरिकी इंटेलिजेंस के अनुसार ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई से हमले का प्लान साझा किया गया है। वो इसके मुमकिन असर का मुआयना कर रहे हैं। हालांकि, अभी फैसला फाइनल नहीं किया है। वहीं, इजराइल अपने उत्तर और पश्चिम दोनों हिस्सों में ईरान के हमले से निपटने की तैयारी कर रहा है। ईरान की तरफ से इजराइल पर हमले के खतरे के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सऊदी अरब, चीन, तुर्किये और कई यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की। ब्लिंकन ने सभी देशों से ईरान को हमला न करने के लिए मनाने को कहा है। मिडिल ईस्ट में टेंशन के बीच भारतीय सरकार ने  एडवाइजरी जारी किया है कि इजरायल और ईरान की यात्रा से भारतीय बचें।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि विवाद को बढ़ावा देना किसी के भी हित में नहीं है। इससे पहले अमेरिका ने इजराइल में काम करने वाले अपने नागरिकों और खासकर डिप्लोमैट्स के लिए एडवाइजरी जारी की। अमेरिका ने अपनी एम्बेसी के स्टाफ को यरुशलम, तेल अवीव या बीरशेबा शहर से बिना सावधानी के बाहर न जाने को कहा है। इजराइल-हमास जंग के 6 महीनों में ऐसा पहली बार है, जब अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए इस तरह की एडवाइजरी जारी की। वहीं, हमले के खतरों को देखते हुए अमेरिका के सेंट्रल कमांड के जनरल माइकल कुरिला इजराइल पहुंचे। वो खतरे की परिस्थिति में इजराइल को गाइड़ करेंगे। उन्होंने इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और इजराइल डिफेंस फोर्स के अधिकारियों से मुलाकात की।
इजराइल को हमले की सजा देंगे
दरअसल, 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी एम्बेसी के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने इजराइल को बदला लेने की धमकी दी थी। इस हमले के बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन-पियरे ने बताया था- सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमले के बाद अमेरिका ने ईरान से संपर्क किया था। हमने उन्हें बताया कि इस हमले में अमेरिका का कोई हाथ नहीं था। ईरान इसका सहारा लेकर अमेरिकी ठिकानों या नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश न करे। अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी ने भी आशंका जताई थी कि 1 अप्रैल के हमले के बाद ईरान इजराइल पर जवाबी अटैक कर सकता है। ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने कहा था कि इजराइल को इस हमले की सजा जरूरी दी जाएगी। उन्होंने सीरिया में हमारे दूतावास पर हमला किया। यह ईरान की धरती पर हमला करने जैसा ही था। दूसरी तरफ, ब्रिटेन के विदेश मंत्री लॉर्ड कैमरन ने भी ईरानी विदेश मंत्री को फोन करके उन्हें विवाद को आगे न बढ़ाने की सलाह दी। इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान का नाम लिए बिना कहा था कि इजराइल गाजा के अलावा दूसरे मोर्चों पर भी जंग की तैयारी कर रहा है। नेतन्याहू ने ईरान का नाम लिए बिना कहा था कि अगर किसी ने भी हम पर हमला किया, तो हम इसका जवाब जरूर करेंगे।
 सैनिकों की छुट्टी कैंसिल
वहीं कुछ दिन पहले इजराइल ने अपने जीपीएस नेविगेशन सिस्टम को बंद कर दिया था। माना जाता है कि गाइडेड मिसाइलों के हमलों को रोकने के लिए जीपीएस को बंद किया जाता है। इसके अलावा सभी सैनिकों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई थीं। ईरान से हमले की आशंका के बीच इजराइली सेना ने कहा था- हमारे सैनिक पहले से युद्ध में हैं। स्थिति को देखते हुए अस्थायी लड़ाकू इकाइयों की छुट्टी रद्द की गई है। एयर डिफेंस कमांड को अलर्ट पर रखा गया है। कई शहरों में एंटी बॉम्ब शेल्टर शुरू कर दिए गए हैं।
पूरे मिडिल ईस्ट में जंग फैल सकती है
ईरान और इजराइल के बीच दुश्मनी जगजाहिर है, हालांकि दोनों देश कभी सीधे तौर पर एक-दूसरे से टकराने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। ईरान ने हमेश हमास और हिजबुल्लाह जैसे संगठनों का सहारा लिया। वहीं, इजराइल सीधे तौर पर ईरानी ठिकानों पर हमला करता है। अब अगर ईरान सीधे इजराइल को निशाना बनाता है तो सबसे बड़ा खतरा इस बात का है कि पूरे मिडिल ईस्ट में यह जंग फैल जाएगी और इसके नतीजे खतरनाक होंगे।
इजरायल और ईरान की यात्रा न करें
विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजरायल के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और सभी भारतीयों को अगली सूचना तक ईरान या इजरायल की यात्रा न करने की सलाह दी है। मंत्रालय ने ईरान और इजरायल में मौजूद भारतीयों से अनुरोध किया है कि वे भारतीय दूतावास के साथ संपर्क में रहें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर भारतीयों से अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा करने से बचने को कहा। यह एडवाइजरी उन रिपोट्र्स के बीच जारी की गई है जिनमें कहा जा रहा है कि ईरान अगले 48 घंटों के भीतर इजरायल पर हमला कर सकता है।