भोपाल ।   मंगलवार को भोपाल में भाजपा के मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा समान नागरिक संहिता पर रुख स्‍पष्‍ट करने के बाद इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। एआइएमआइएम के अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के बयान की आलोचना करते हुए इसके जवाब में हिंदू सिविल कोड का हवाला दिया। इस पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने पलटवार किया है। बुधवार को मीडियाकर्मियों से चर्चा के दौरान नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा कि यूनिफार्म सिविल कोड का विरोध करने वाले असदुद्दीन ओवैसी दरअसल अंग्रेजों और कांग्रेस की भाषा बोल रहे हैं। जिस संविधान संशोधन का हवाला ओवैसी दे रहे हैं, उसका निर्माण आदरणीय बाबासाहब आंबेडकर जी ने किया था। बाबासाहब हमेशा समान नागरिक संहिता के पक्षधर रहे।

अंग्रेजों के कारण और नेहरू जी के कारण उस समय 1954 में हिंदू सिविल कोड लाए और इस तरह की बातें करें, ऐसा उनने बोला था। राजीव गांधी के समय में शाहबानो प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय को पलट दिया गया था। नरोत्‍तम ने तीन तलाक के मुद्दे पर भी ओवैसी को घेरा और कहा कि इनके जैसे लोग अपने समाज की आधी आबादी यानी महिलाओं का ही पक्ष्‍ा नहीं लेते। माताओं, बहनों के उत्‍थान का तीन तलाक निषेध संबंधी जो कानून है, ये उसका ही विरोध करते हैं। ये कामन सिविल कोड का शुरुआत से ही विरोध करते हैं। ये बहुत क्षुद्र मानसिकता है। जब कश्‍मीर का विषय आया था, तब भी हमारे लोगों ने कहा था कि एक देश में दो विधान, दो निशान नहीं हो सकते। हम तो शुरुआत से समान नागरिक संहिता के पक्षधर हैं।