नई दिल्ली। यूं तो नशा हर रूप में बुरा ही है लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां नशे के लिए लोग कब्रों से गड़े मुर्दे उखाडऩे लगे हैं। हालत ये है कि इसके चलते देश के राष्ट्रपति को आपातकाल की घोषणा करनी पड़ गई। बात हो रही है। अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से के एक देश सियेरा लियोन की। सिएरा लियोन में मानव हड्डियों से तैयार होने वाला साइकोएक्टिव ड्रग बड़ी मुसीबत बन गया है। इस जोंबी ड्रग के नशे के लिए लोग कब्रें खोदने लगे हैं।  इस भयावह खतरे ने सिएरा लियोन को ऐसी स्थिति में ला दिया है कि देश में इमरजेंसी लगानी पड़ी है।
फ्रीटाउन में कब्रें खोदकर हड्डियां चुराए जाने से परेशान पुलिस अधिकारी कब्रिस्तानों की सुरक्षा कर रहे हैं। जांबी ड्रग्स या कुश कहे जाने वाला ये ड्रग विभिन्न प्रकार के टॉक्सिक सब्सटेंस से बनता है, जिसका एक मेन सब्सटांस मानव हड्डियां है।
यह ड्रग पहली बार लगभग छह साल पहले पश्चिम अफ्रीकी देश में सामने आया था। आउटलेट के अनुसार, यह एक ऐसे नशा है जो कई घंटों तक रह सकता है। ये ड्रग एक बड़ी समस्या बन गया है और इसके डीलर कथित तौर पर गंभीर लुटेरों में बदल गए हैं, जो इसके लिए हजारों कब्रों में सेंध लगाकर कंकाल चुरा रहे हैं। आउटलेट के अनुसार, सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने कहा, वर्तमान में हमारा देश नशीले ड्रग्स के सेवन, विशेष रूप से विनाशकारी सिंथेटिक ड्रग कुश के प्रभाव के कारण अस्तित्व के खतरे का सामना कर रहा है।
बायो ने कहा कि इस ड्रग को लेने वाले लोगों में मृत्यु दर बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने इस खास ड्रग के खात्मे के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। इसका मतलब है कि हर जिले में ऐसे केंद्र होंगे जिनमें नशे की लत से पीडि़त लोगों की देखभाल और सहायता करने के लिए ट्रेन्ड प्रोफेश्नल्स का स्टाफ होगा। फिलहाल, फ्रीटाउन देश का एकमात्र एक्टिव ड्रग रिहैब्लिटेशन सेंटर है।
 सिएरा लियोन मनोरोग अस्पताल के प्रमुख डॉ। अब्दुल जलोह ने कहा कि राष्ट्रपति की आपातकालीन घोषणा सही कदम है और ये इस ड्रग के उपयोग को संबोधित करने में महत्वपूर्ण होगा। कुश के दुरुपयोग से मरने वालों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं है, लेकिन फ्रीटाउन के एक डॉक्टर ने बताया कि हाल के महीनों में इसके कारण अंग विफलता के बाद सैकड़ों युवाओं की मौत हो गई है। 2020 और 2023 के बीच, कुश से जुड़ी बीमारियों के साथ सिएरा लियोन मनोरोग अस्पताल में मरीजों की भर्ती 4,000 प्रतिशत बढ़ गई है।